नयी दिल्ली, 30 जुलाई पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पांच दिवसीय दौरे के बाद दिल्ली से रवाना होने से पहले कहा कि ‘लोकतंत्र कायम रहना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि वह हर दो महीने पर राष्ट्रीय राजधानी आएंगी।
राष्ट्रीय राजनीति में संभावनाओं को टटोलने और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद पहली बार राष्ट्रीय राजधानी के दौरे पर आयीं बनर्जी ने अपनी यात्रा को ‘‘सफल’’ बताया।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद और अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी के आवास से रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘दौरा सफल रहा। राजनीतिक उद्देश्य से अपने कई सहयोगियों से मुलाकात की। हम राजनीतिक मकसद से मिले थे। लोकतंत्र कायम रहना चाहिए। हमारा नारा है ‘लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ।’ मैं यहां हर दो महीने में आऊंगी।’’
बनर्जी ने यह भी कहा कि वह किसानों के मुद्दे का समर्थन करती हैं और उनके संपर्क में हैं। वह पिछले साल सितंबर में लागू तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध का जिक्र कर रही थीं।
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा, ‘‘राजनीतिक उद्देश्य के लिए विपक्षी एकता से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण मैं हर उस नेता से नहीं मिल सकी जिनसे मिलना चाहती थी। हालांकि, बैठकों के नतीजे अच्छे रहे। साथ मिलकर काम करेंगे।’’
बनर्जी ने विपक्षी दलों के कुछ नेताओं से मुलाकात की जिससे 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले संभावित एकजुट विपक्ष के बारे में अटकलें लगने लगी। बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा, कमलनाथ और अभिषेक सिंघवी से मुलाकात की। बनर्जी ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की नेता कनिमोई से भी मुलाकात की।
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