Delhi Yamuna River: दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जल स्तर 207.95 मीटर दर्ज किया गया है। रात 9 बजे की रिपोर्ट है। रात में और बढ़ने की संभावना है। इससे पहले 1978 में नदी का जलस्तर 207.49 मीटर पहुंचने का रिकॉर्ड था। यमुना के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण नदी किनारे स्थित कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है।
दिल्ली सरकार ने कहा कि पुराने रेलवे ब्रिज (ओआरबी) पर रात 9 बजे यमुना नदी का वर्तमान जल स्तर 207.95 मीटर है। रात 8 बजे हथिनीकुंड बैराज से 1,47,857 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। निकासी और बचाव कार्य के लिए 45 नावें ड्यूटी पर लगाई गई हैं। सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की कुल 12 टीमें भी तैनात की गई हैं।
दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने यमुना के बढ़ते जलस्तर को लेकर बृहस्पतिवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक बुलाई है। यह जानकारी राज निवास के अधिकारियों ने दी। सक्सेना ने यमुना नदी का निरीक्षण करते हुए संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों को तैनात किया गया है।
निचले इलाकों में रहने वाले सभी लोगों को निकाला जाएगा। सक्सेना ने उम्मीद जतायी कि अगले कुछ दिनों में यमुना का जलस्तर कम हो जाएगा क्योंकि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा जाना कम हो गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक आपातकालीन बैठक बुलायी।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी के आसपास के इलाकों में बने मकान और बाजारों में पानी घुसने के कारण हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। बाढ़ जैसे हालात के मद्देनजर, दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में बुधवार को धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी।
राष्ट्रीय राजधानी में लोगों को जलभराव, सड़कों के क्षतिग्रस्त होने और कांवड़ यात्रा के चलते बुधवार को भारी जाम का सामना करना पड़ा। लगातार हो रही बारिश और हरियाणा की ओर से छोड़े जा रहे पानी के कारण यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दिल्ली यातायात पुलिस ने परामर्श जारी किया है।
रुक-रुककर हो रही बारिश को देखते हुए विमान परिचालन कंपनियों ने यात्रियों के लिए अतिरिक्त समय लेकर चलने की सलाह दी है। विस्तारा ने ट्वीट किया, ‘‘इंदिरा गांधी हवाई अड्डे के रास्ते में आज वाहनों की भारी संख्या और उनकी रफ्तार धीमी रहने की संभावना है। ऐसे में उपभोक्ता यात्रा के लिए अतिरिक्त समय लेकर निकलें।’’
प्राधिकरण द्वारा जारी सलाह में कहा गया है कि यमुना नदी में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं, इसलिए लोगों को बिजली के तारों से दूर रहना चाहिए और किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबर 1077 पर संपर्क करना चाहिए। हथिनीकुंड बैराज से हरियाणा द्वारा असामान्य रूप से अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का स्तर बढ़ रहा है।
बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करना पड़ा और सड़क एवं रेल यातायात के लिए पुराने रेलवे पुल को बंद कर दिया गया। दिल्ली के जलमंत्री सौरभ भारद्धाज ने संवाददाताओं को बताया कि दिल्ली सरकार स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उत्तर-पश्चिम भारत में सप्ताहांत में लगातार बारिश हुई।