पूर्वोत्तर दिल्ली में सोमवार को भड़की हिंसा में अब तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 200 से अधिक घायल हो गए हैं। जीटीबी अस्पताल में 34, एलएनजेपी अस्पताल में 3 और जग परवेश चंदर अस्पताल में एक लोग की मौत हुई है।
दिल्ली पुलिस ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगों की जांच अपराध शाखा को सौंप दी है और मामलों की जांच के लिए दो विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की हैं। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने अब तक 48 प्राथमिकी दर्ज की हैं। टीमों का नेतृत्व दो पुलिस उपायुक्त जॉय टिर्की और राजेश देव करेंगे। इन टीमों में सहायक पुलिस आयुक्त रैंक के चार अधिकारी भी होंगे और जांच की निगरानी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त बीके सिंह करेंगे।
दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा में घायलों को देखते हुए सीआरपीएफ के लगभग तीन दर्जन जवानों ने जीटीबी अस्पताल में रक्तदान किया है। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को अर्द्धसैनिक बल के 50 कर्मियों के दल को अस्पताल भेजा गया जिनमें से 34 ने रक्तदान किया और बाकी को तैयार रहने के लिए कहा गया। बल के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘यह रक्तदान जीटीबी अस्पताल के ब्लड बैंक के लिए किया गया हैं जहां सोमवार से दिल्ली दंगों में घायलों को भर्ती किया जा रहा है।”
#UPDATE Death toll rises to 38 (34 at GTB Hospital, 3 at LNJP Hospital and 1 at Jag Parvesh Chander Hospital) in North East Delhi violence. https://t.co/gSGtKDz3za
— ANI (@ANI) February 27, 2020
दिल्ली हिंसा: उपराज्यपाल ने विशेष पुलिस आयुक्त (सतर्कता) को पीड़ित परिवारों से मिलने को कहा
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बृहस्पतिवार को दिल्ली की विशेष पुलिस आयुक्त (सतर्कता) को हिंसा का शिकार हुए परिवारों से मिलने और उन्हें हरसंभव सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। एक अधिकारी ने बताया कि बैजल ने पूर्वी दिल्ली नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से विशेष पुलिस आयुक्त (सतर्कता) सुंदरी नंदा को उनके निरीक्षण के दौरान मदद करने का निर्देश दिया।