दिल्ली-एनसीआर में पिछले तीन घंटों के लगातार भारी बारिश हो रही है। बारिश के चलते राजधानी के कई इलाकों में पानी जमा हो गया है जिससे यातयात पूरी तरह चरमरा गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली-एनसीआर के कई स्थानों पर 'मध्यम से भारी बारिश' की भविष्यवाणी की है।
मौसम विभाग ने अपने सुबह के ट्वीट में कहा, " दिल्ली-एनसीआर और आसपास के कई इलाकों में गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश होगी और 20-40 किमी / घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
राष्ट्रीय राजधानी में 11 साल में अब तक सबसे ज्यादा 1,005.3 मिलीमीटर बारिश की है। यह 2010 के बाद पहली बार है जब दिल्ली में मानसून की बारिश ने 1,000 मिमी का रिकॉर्ड तोड़ा है।
आईएमडी के मुताबिक, सफदरजंग वेधशाला में मानसून की ऋतु के दौरान आम तौर पर औसतन 648.9 मिमी वर्षा दर्ज की जाती है। आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, “दिल्ली में 2010 में मानसून की ऋतु में 1,031.5 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। तब से, यह सबसे अधिक बारिश है।”
दिल्ली में जुलाई और सितंबर में भारी बारिश हुई और कई बार तो कुछ घंटों में 100 मिमी वर्षा दर्ज की गई जिससे सड़कें, आवासीय क्षेत्र, स्कूल, अस्पताल और बाजारों में घुटनों तक पानी भर गया तथा यातायात प्रभावित हुआ। दिल्ली में इस महीने की शुरुआत में लगातार दो दिनों में 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई- एक सितंबर को 112.1 मिमी और दो सितंबर को 117.7 मिमी वर्षा हुई। इस महीने अब तक 248.9 मिमी वर्षा हुई है, जो सितंबर के औसत 129.8 मिमी बारिश से काफी ज्यादा है।
दिल्ली में 13 जुलाई को मानसून पहुंचा था जो 19 वर्षों के इतिहास में सबसे देर से आया। इसके बावजूद, राजधानी में महीने में 16 दिन बारिश हुई जो पिछले चार साल में सबसे ज्यादा है। जुलाई में 507.1 मिमी बारिश हुई जो औसत 210.6 मिमी से बहुत ज्यादा है। यह जुलाई 2003 के बाद सबसे अधिक बारिश थी और अब तक दूसरी बार इतनी बारिश हुई है। अगस्त में 10 दिन बारिश हुई जो सात साल में सबसे कम है और सिर्फ 214.5 मिमी बरसात दर्ज की गई जो औसत 247 मिमी बरसात से कम है।