दिल्ली: आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आबकारी नीति मामले में सीबीआई द्वारा मिले समन के बाद रविवार को देश की राजधानी में राज्यसभा सांसद संजय सिंह की अगुवाई में वरिष्ठ नेताओं द्वारा किये जा रहे विरोध-प्रदर्शन पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली पुलिस ने संजय सिंह, सांसद राघव चड्ढा, दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज, आतिशी, कैलाश गहलोत और पंजाब सरकार के कुछ मंत्रियों को हिरासत में ले लिया।
जिसके बाद दिल्ली आप के संयोजक और मंत्री गोपाल राय ने पार्टी पदाधिकारियों की 'आपात बैठक' बुलाई। जिसमें दिल्ली नगर निगम की मेयर शैली ओबेरॉय, डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता और जैस्मीन शाह जैसे नेता शामिल हुए। जानकारी के अनुसार आपात बैठक में दिल्ली के मौजूदा हालात और दिल्ली पुलिस के एक्शन पर चर्चा हुई और इस पूरी घटना के लिए पार्टी नेताओं ने केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
जानकारी के अनुसार सीएम केजरीवाल को सीबीआई से मिले समन के विरोध में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आर्कबिशप रोड पर पार्टी के धरने में शामिल हुए थे लेकिन आप नेताओं की नजरबंदी से पहले ही वो वहां से चले गए थे। एजेंसी द्वारा जारी नोटिस के अनुसार सीबीआई ने आबकारी नीति मामले में गवाह के रूप में जांच टीम के सवालों के जवाब देने के लिए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को अपने दफ्तर में तलब किया था।
आबकारी केस में केजरीवाल की दिल्ली सरकार में पूर्व डिप्टी रहे मनीष सिसोदिया को पहले ही इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। जिसे आप की ओर से लगातार केंद्र सरकार और जांच एजेंसियों की साजिश बताया जा रहा है। मनीष सिसोदिया पर आरोप है कि उन्होंने 2021-22 के लिए दिल्ली सरकार की ओर से आबकारी नीति में भ्रष्टाचार किया और उसके कारण करोड़ों रुपये बनाये।
आरोप है कि आम आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचार से हासिल किये गये रुपयों का इस्तेमाल पंजाब, गोवा सहित अन्य राज्यों के चुनाव में किया। सीबीआई शराब कारोबारियों द्वारा लाइसेंस हासिल करने के बदले दिए गये रिश्वत के आरोपों की जांच कर रही है और इसी सिलसिले में मनीष सिसोदिया तिहाड़ जेल में बंद हैं।