Delhi new CM announcement: आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीतर जारी आंतरिक खींचतान के कारण दिल्ली के लिए मुख्यमंत्री की नियुक्ति में देरी हो रही है और राष्ट्रीय राजधानी का शासन प्रभावित हो रहा है। आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि यह अफसोस की बात है कि जनता द्वारा नकारे जाने के बावजूद ‘आप’ नेता अब भी गलत बयानबाजी कर रहे हैं। पार्टी ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव में ‘आप’ को शिकस्त दी है। ‘आप’ की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने आरोप लगाया कि भाजपा की निष्क्रियता के कारण शहर के कई हिस्सों में लंबे समय तक बिजली कटौती जारी है।
उन्होंने कहा, “चुनाव परिणाम घोषित हुए कई दिन हो गए हैं, फिर भी भाजपा मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला नहीं कर पाई है। इस बीच, दिल्ली के लोग लंबे समय तक बिजली गुल रहने से परेशान हैं। कक्कड़ ने कहा, "भाजपा की अंदरूनी लड़ाई का खामियाजा दिल्ली के लोगों को क्यों भुगतना चाहिए?"
बिजली कटौती के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के कपूर ने कहा, “चुनाव में समाज के सभी वर्गों द्वारा नकारे जाने के बाद उम्मीद थी कि ‘आप’ नेता झूठ और धोखे की अपनी राजनीति छोड़ देंगे। हालांकि, महज चार दिन बाद ही खबरों में बने रहने की हताश कोशिश में ‘आप’ नेता प्रियंका कक्कड़ ने बिजली आपूर्ति के संबंध में निराधार और मनगढ़ंत बयान देना शुरू कर दिया है।”
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए पांच फरवरी को हुए चुनाव के नतीजे आठ फरवरी को घोषित किए गए थे। भाजपा ने 48 और ‘आप’ ने 22 सीट जीती थीं। कक्कड़ ने आरोप लगाया कि भाजपा के भीतर गुटबाजी के कारण पार्टी अगले मुख्यमंत्री पर सहमति नहीं बना पा रही है।
‘आप’ प्रवक्ता ने कहा, "उनके नेता छोटे-छोटे समूहों में बैठक कर रहे हैं और यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि नेतृत्व कौन करेगा। वे आपस में लड़ने में व्यस्त हैं, लेकिन दिल्ली के लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए।" कक्कड़ ने इस बात पर भी जोर दिया कि चुनावी हार के बावजूद आप, सदस्यों के साथ सक्रियता से बातचीत कर रही है और अपनी रणनीति की समीक्षा कर रही है।