नई दिल्लीः दिल्ली-एनसीआर में रविवार को वायु गुणवत्ता और बिगड़ गई। कई निगरानी केंद्रों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार पहुँच गया और 'गंभीर' श्रेणी में पहुँच गया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्मॉग की परत छाई हुई है। राष्ट्रीय राजधानी में AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में है। शहर के कई हिस्सों में स्मॉग की परत छाई हुई है। मयूर विहार और आस-पास के इलाकों से है। CPCB (सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) के दावे के मुताबिक, इलाके में AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 429 है, जिसे 'गंभीर' कैटेगरी में रखा गया है। शहर में जहरीली धुंध की एक परत छाई हुई है।
DELHI-NCR Pollution Live Updates: दिल्ली
आईटीओ: 384
पंजाबी बाग: 411
पटपड़गंज: 401
पूसा: 360
द्वारका सेक्टर-8: 386।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार सुबह हवा की गुणवत्ता "बहुत खराब" श्रेणी में रही और समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 381 दर्ज किया गया। यह जानकारी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) से मिली। सीपीसीबी के समीर ऐप के आंकड़े के अनुसार, दिल्ली में 13 निगरानी स्टेशन में वायु गुणवत्ता "गंभीर" श्रेणी में दर्ज की गई।
जबकि 25 स्टेशन ने 300 से अधिक रीडिंग के साथ "बहुत खराब" वायु गुणवत्ता दर्ज की। सीपीसीबी मानकों के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को "अच्छा", 51 से 100 को "संतोषजनक", 101 से 200 को "मध्यम", 201 से 300 को "खराब", 301 से 400 को "बहुत खराब" और 401 से 500 को "गंभीर" माना जाता है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, सुबह 8.30 बजे न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहा जो मौसम के औसत से 2.7 डिग्री अधिक है, जबकि आर्द्रता 86 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग ने हल्के कोहरे और अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, इस क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 340 है, जिसे 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह 7 बजे बवाना में सबसे अधिक 435 वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया।
जबकि एनएसआईटी द्वारका में सबसे कम 313 वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया। आनंद विहार में ज़हरीले धुंध की एक घनी परत छाई रही, जहाँ वायु गुणवत्ता सूचकांक 428 तक पहुँच गया, जिसे 'गंभीर' श्रेणी में रखा गया। प्रदूषण लगातार 9वें दिन वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' है। 11 स्टेशनों पर गंभीर AQI दर्ज हुआ।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार 'बेहद खराब' श्रेणी में बनी रहने के कारण एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अल्पकालिक आपातकालीन उपायों के एक समूह, ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) में संशोधन करके आपातकालीन प्रदूषण नियंत्रण उपायों को और सख्त कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने सीएक्यूएम को दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में व्याप्त वायु प्रदूषण को रोकने के लिए "कोई भी सक्रिय कदम" उठाने की पूरी छूट दे दी।