दिल्ली के जामिया नगर में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने वाले नाबालिग के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 307 और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। घटना में एक छात्र घायल हो गया था, जिसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। बता दें, जामिया नगर में (30 जनवरी) सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच घुसे एक नाबालिग ने देसी तमंचे से फायरिंग कर दी। इसके बाद वह अपना तमंचा लहराता रहा। नाबालिग को दिल्ली पुलिस ने गिफ्तार कर लिया।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गोलीबारी की घटना की जांच दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त को सौंपी है। इसके अलावा शाह ने ट्वीट कर कहा, 'आज दिल्ली में जो गोली चलाने की घटना हुई है उसपर मैंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की है और उन्हें कठोर से कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। केंद्र सरकार इस तरह की किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी, इसपर गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।'
घटना को अंजाम देने वाले आरोपी की पहचान एक नाबालिग के रूप में हुई है। समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से जारी की गई सीबीएसई की मार्कशीट में आरोपी नाबालिग है। उसकी जन्मतिथि अप्रैल 2002 है।
नाबालिग द्वारा की गई फायरिंग के दौरान की पूरी घटना टेलीविजन कैमरों ने रिकॉर्ड हो गई, जिसमें दिखा कि हल्के रंग की पैंट और गहरे रंग की जैकेट पहना व्यक्ति पुलिस द्वारा बैरिकेड की गई खाली सड़क से निकलता है और मुड़कर प्रदर्शनकारियों पर चिल्लाता है ‘‘ये लो आजादी।’’ एक छात्र को घायल जैसी स्थिति में देखकर जामिया इलाके में तनाव उत्पन्न हो गया। घटना के समय वहां बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और कई मीडिया समूह के लोग मौजूद थे।
छात्र जामिया से महात्मा गांधी की समाधि राजघाट जा रहे थे। मार्च को विश्वविद्यालय के पास होली फैमिली अस्पताल के करीब रोक दिया गया। छात्र इसी क्षेत्र में बैठ गए और ‘पुलिस वापस जाओ’ के नारे लगाने लगे। जब वे नारे लगा रहे थे पुलिस अधिकारियों ने छात्रों से शांति बनाये रखने और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने के लिए कहा।
डीसीपी (दक्षिण) चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि छात्र जामिया से राजघाट तक एक मार्च निकालना चाहते थे लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई। बिस्वाल ने कहा, ‘‘उन्हें बार बार कहा जा रहा था कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से किया जाना चाहिए। हमने होली फैमिली अस्पताल से ठीक पहले सड़क पर बैरिकेड लगा दिये थे। इस बीच एक नाबालिग को भीड़ में देखा गया जो कोई चीज लहरा रहा था जो एक हथियार प्रतीत हुआ।’’