नई दिल्लीः कोविड-19 महामारी के कारण पांच महीने से अधिक समय तक बंद रही दिल्ली मेट्रो ने एक बार फिर आज पहले चरण में अपनी सेवाएं बहाल कर दी है। इस दौरान हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन पर पहुंचे यात्रियों ने कहा कि उन्हें अच्छा महसूस हो रहा है क्योंकि आज मेट्रो फिर से शुरू हो रही है।
दिल्ली मेट्रो की सेवा सात से 12 सितंबर के बीच तीन चरणों में चरणबद्ध तरीके से बहाल होगी। दिल्ली के समयपुर बादली को गुरूग्राम के हुडा सिटी सेंटर से जोड़ने वाली येलो लाइन और रेपिड मेट्रो सबसे पहले आज शुरू हुई है। पहले चरण में ट्रेनें सुबह सात बजे से पूर्वाह्न 11 बजे तक और शाम में चार बजे से रात आठ बजे तक चलेंगी।
49 किलोमीटर लंबे इस रूट पर 37 स्टेशन हैं। 57 ट्रेनें उपलब्ध रहेंगी जोकि लगभग 462 फेरे लगाएंगी। आगे 9-12 सिंतबर के बीच अन्य लाइनों पर चरणबद्ध तरीके से इसका विस्तार किया जाएगा। अगले पांच दिनों की अवधि में बाकी लाइनों पर भी संचालन बहाल किया जाएगा। इस दौरान मेट्रो परिसर में वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर सभी सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाएगा। सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करने के साथ ही सभी को मास्क पहनना होगा और लगातार हाथों को सेनेटाइज करना होगा।
यात्रियों से अपील की गई है कि वह तत्काल आवश्यकता होने की सूरत में ही सेवा का उपयोग करें। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के अधिकारियों ने कहा है कि निषिद्ध क्षेत्रों में स्थित स्टेशन बंद रहेंगे। यदि यात्री सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं करते हैं तो 'कुछ स्टेशनों पर ट्रेनों को नहीं रोका जा सकता है।'
इस बीच, दिल्ली मेट्रो ने यात्रियों के बीच भौतिक संपर्क कम से कम सुनिश्चित करने के वास्ते कई कदम उठाए हैं। मेट्रो ने इसके लिए स्वचालित थर्मल स्क्रीनिंग-सह-सैनिटाइजर डिस्पेंसर और ‘फुट पेडल संचालित लिफ्टों’ को लगाया है। परिसर और ट्रेन के भीतर मास्क पहनना अनिवार्य है और 'यदि कोई इस नियम का उल्लंघन करेगा तो उसका चालान किया जाएगा।'
45 स्टेशनों के प्रवेश द्वार पर, स्वचालित थर्मल स्क्रीनिंग सह सैनिटाइज़र डिस्पेंसर लगाए गए हैं। यह सुविधा 17 मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध होगी, जिसमें येलो लाइन के राजीव चौक, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय और विश्वविद्यालय स्टेशन शामिल हैं। कोविड-19 सुरक्षा मानकों के अनुसार किसी भी स्टेशन पर लिफ्ट में एक बार में अधिकतम तीन यात्रियों को जाने की अनुमति होगी। ट्रेनों के ठहराव की अवधि अब अधिक होगी।