नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्लीमहरौली में दिल्ली विकास प्राधिकरण का अतिक्रमण हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है। लोगों के कड़े विरोध के बाद भी डीडीए के अतिक्रमण का चौथे दिन भी काम जारी है। इस दौरान स्थानीय लोग कार्रवाई के विरोध में पुलिस से भिड़ गए।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि उन्होंने एक घंटे का समय मांगा था कि तब तक स्थगन आदेश आ जाएगा। स्थानीय लोगों ने कार्रवाई के विरोध में स्थगत आदेश के लिए आवेदन दिया था लेकिन बुलडोजर चलाने का काम जारी है। लोगों का कहना है, "यह गुंडागर्दी है।"
गौरतलब है कि विकास प्राधिकरण का बुलडोजर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर रहा है। इससे पहले रविवार को बुलडोजर ने आम बाग, बृजवासी कॉलोनी क्षेत्र में डीडीए की जमीन पर बने अवैध निर्माणों को गिराया गया।
इस दौरान लोगों ने कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन पुलिस ने सख्ती बरतते हुए लोगों को वहा से भगा दिया। शनिवार को अतिक्रमण हटाने के दौरान एक अधिकारी ने कहा कि राजस्व विभाग द्वारा अनधिकृत और अवैध अतिक्रमण या निर्माण की सीमा की पहचान कर दिसंबर, 2021 में डीडीए और वक्फ बोर्ड के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में आए हाईकोर्ट के आदेश अनुसार अतिक्रमण को हटाया गया है।
दिसंबर में दिया गया था नोटिस
गौरतलब है कि पुरातात्विक पार्क में एएसआई, दिल्ली सरकार के राज्य पुरातत्व विभाग और डीडीए के करीब 55 स्मारक आते हैं। इन अतिक्रमण भूमियों पर बनाए गए घरों को लेकर 12 दिसंबर, 2022 को इन घरों पर नोटिस चिपकाया गया था। इस नोटिस के अनुसार लोगों को नोटिस के 10 दिनों के भीतर घर खाली कराने का निर्देश दिया गया लेकिन लोग नहीं माने और अब लोगों की मौजूदगी में ही बुलडोजर चलाया जा रहा है।