नई दिल्ली: दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद इसके चक्रवात में बदलने के आसार बढ़ गए हैं। इसे चक्रवात मोचा (Mocha) नाम दिया जाएगा। हालांकि इसके भारत के तट से टकराने की आशंका कम है लेकिन इसका असर कई राज्यों में नजर आ सकता है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार चक्रवात मोचा के इस सप्ताह के अंत में बांग्लादेश-म्यांमा तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ने के आसार हैं।
Cyclone Mocha: किस देश ने दिया है नाम, क्या है इसका मतलब
चक्रवात मोचा नाम यमन ने दिया है। यह एक शहर का नाम है जो यमन के लाल सागर बंगरगाह पर स्थित है। इस शहर के बारे में कहा जाता है कि इसने करीब 500 साल पहले दुनिया को कॉफी से परिचित कराया। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के अनुसार चक्रवात की स्थिति को देखते हुए मछुआरों, नौका तथा छोटी नौकाओं को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने का सुझाव दिया है।
बांग्लादेश-म्यांमा तटों की ओर बढ़ सकता है चक्रवात मोचा
महापात्रा ने कहा कि चक्रवात मोचा शुरू में 11 मई तक उत्तर-उत्तर पश्चिम से पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर और उसके बाद फिर उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में बांग्लादेश-म्यांमा तटों की ओर बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि मौसम के प्रभाव के कारण अंडमान और निकोबार द्वीपसमूहों में मंगलवार को भारी बारिश के आसार हैं।
मौसम विभाग ने कहा, ‘दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर में जो लोग हैं उन्हें सुरक्षित स्थानों पर लौटने की सलाह दी जाती है, वहीं मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तर अंडमान सागर के लोगों को नौ मई से पहले लौटने की सलाह दी जाती है।’
मोचा का असर, किन राज्यों में दिखेगा असर?
कोलकाता में मौसमविज्ञानी ने कहा कि अगले 24 घंटे में चक्रवात मोचा के आगे बढ़ने का मार्ग स्पष्ट हो जाएगा। मौसम विभाग से जुड़े अधिकारी ने कहा कि चक्रवातीय परिस्थितियों के प्रभाव के कारण सोमवार को कोलकाता में मौसम गर्म और परेशान करने वाला रहा।
बहरहाल, मोचा के असर से तमिलनाडु और दक्षिण कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में इसका ज्यादा असर नजर आ सकता है। यहां कई इलाकोंमें अगले तीन दिनों में भारी बारिश की संभावना है।
हालात को देखते हुए बंगाल और ओडिशा के सभी जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दे दिए गए हैं।