प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फोनी चक्रवाती तूफान के हालात का जायजा लेने के 6 मई की सुबह ओडिशा पहुंचे। पीएम मोदी को राज्यपाल गणेशी लाल, सीएम नवीन पटनायक लेने पहुंचे थे। पीएम ने राज्य में चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। पीएम मोदी यहां राहत कार्यों की समीक्षा भी की। पीएम मोदी ने यहां ऐलान किया है कि ओडिशा को एक हजार करोड़ की मदद केन्द्र सरकार की ओर जाएगी। इसके साथ ही मृतकों के परिजन को 2 -2 लाख के मुआवजे की घोषणा भी की है।
ओडिशा में हवाई सर्वे के बाद पीएम मोदी ने कहा, 'राज्य (ओडिशा) और केंद्र सरकार के बीच अच्छा संवाद रहा। मैं भी निरीक्षण कर रहा था। ओडिशा के लोगों ने जिस तरह हर निर्देश का पालन किया सरकार उसकी सराहना करती है।' पीएम मोदी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की भी तारीफ की है। पीएम मोदी ने कहा, भारत सरकार की ओर से पहले ही 381 करोड़ रुपये की सहायता राशि की घोषणा की जा चुकी है। 1000 करोड़ रुपये और रिलीज किए जाएंगे।
ओडिशा में दो दिन पहले आए अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान फोनी में मरने वालों की संख्या रविवार को 34 पहुंच गई।पीएम मोदी ने अपने अधिकारिक वेबसाइट पर 6 मई को ओडिशा के दौरे की सूचना दी थी।
पीएम मोदी ने अपने अधिकारिक वेबसाइट पर लिखा, मैं कल फोनी तूफान से खराब हुए हालात का जायजा लेने ओडिशा जाऊंगा। पीएम मोदी ने बताया इस संबंध में वहां बैठक भी होना है। केन्द्र सरकार फोनी चक्रवात से पीड़ित लोगों की हर संभव मदद के लिए तैयार है। राज्य को भी केन्द्र से पूरा समर्थन दिया जाएगा।
इस तूफान के चलते बड़े पैमाने पर बर्बादी हुई है और सैकड़ों लोगों को पानी एवं बिजली के अभाव से गुजरना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आपदा से प्रभावित लोगों के लिए राहत पैकेज की घोषणा करते हुए कहा कि पुरी एवं “बेहद गंभीर रूप से प्रभावित” खुर्दा के कुछ हिस्सों में सभी परिवारों को 50 किलोग्राम चावल, 2,000 रुपये नकद और पॉलीथीन शीट मिलेंगी अगर वे खाद्य सुरक्षा कानून (एफएसए) के तहत आते होंगे। खुर्दा जिले के शेष हिस्सों के लिए जो “गंभीर रूप” से प्रभावित हुए - एफएसए परिवारों को एक महीने का चावल, 1,000 रुपये नकद एवं पॉलीथीन शीट मिलेगी।
राज्य के मुख्य सचिव ए पी पाढ़ी के मुताबिक 34 में से 21 मौतें पुरी में हुईं जहां तूफान शुक्रवार को पहुंचा था। पूर्व तटीय रेलवे ने हावड़ा-चेन्नई मार्ग पर रविवार को आंशिक रूप से परिचालन शुरू कर दिया। चक्रवात के कारण पूरे तटीय ओडिशा के 11 जिले बालेश्वर, भद्रक, कटक, ढेंकानाल, गंजाम, जगतसिंहपुर, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, खुर्दा, मयूरभंज और पुरी प्रभावित हुए।