Cyclone Biparjoy: भारत में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चेतावनी जारी की है। मंगलवार को जारी अलर्ट में मौसम विभाग ने गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिएऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
बताया जा रहा है कि 15 जून तक चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात में जखाऊ बंदरगाह को शाम तक पार करने के आसार है। आईएमडी अरब सागर से आने वाले चक्रवाती तूफान के बारे में नियमित अपडेट प्रदान कर रहा है। यह तूफान आज शाम साढ़े पांच बजे पोरबंदर के , देवभूमि द्वारका, जखाऊ पोर्ट, नलिया पहुंचेगा।
गुजरात में चक्रवात की चेतावनी जारी होने के बाद कांडला में दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने निचले इलाकों में लोोगं को गांधीधाम में आश्रयों में स्थानांतरित करना शुरू कर दिया है। पोरबंदर के डीएम केडी लखानी ने चक्रवात की तैयारियों पर कहा कि तूफान के प्रभावों की तैयारी के लिए जिला प्रशासन सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है।
बता दें कि चक्रवात के खतरे को देखते हुए भारत सरकार और राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। बीते सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से आने वाले चक्रवात बिपरजोय के बारे में टेलीफोन पर बातचीत की और राज्य को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
पीएम मोदी ने स्थिति से निपटने के लिए केंद्र के साथ-साथ गुजरात के मंत्रालयों और एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता भी की।
जानकारी के अनुसार, तूफान को देखते हुए गुजरात के उत्तरी और दक्षिणी तटीय क्षेत्रों में मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। तटीय क्षेत्रों के आस-पास के लोगों को वहां से निकाला जा रहा है।
आईएमडी के अनुसार, बुधवार और गुरुवार को गुजरात के तटीय जिलों कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर के ज्यादातर भारी वर्षा और पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।
अनुमान है के अत्याधिक वर्षा हो सकती है जिससे लोगों को परेशानी होगी। वहीं,स तूफान की चेतावनी को देखते हुए बंदरगाहों को खाली करा लिया गया है और अन्य को खाली कराने का काम जारी है। एनडीआरएफ की 12 टीमें तैनात की गई है और 15 अन्य टीमें स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।