चंडीगढ़ः पंजाब में एक अप्रैल से अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 70,000 से अधिक मामले सामने आए हैं और संक्रमण से 2000 से अधिक लोगों की मौत हुई है।
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मेडिकल कॉलेजों को 400 नर्सों और 140 तकनीशियनों की तत्काल भर्ती करने का आदेश दिया है। जल्द ही पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर पंजाब के पीजीआई सैटेलाइट सेंटर और मिलिट्री हॉस्पिटल्स को दिशा देने की मांग की, ताकि नागरिकों को COVID बेड मुहैया कराया जा सके।
पंजाब सरकार ने 104 हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इसके जरिए आप अस्पताल में बेड की जानकारी हासिल कर सकते हैं। 24 घंटे और सातों दिन जानकारी मौजूद है। इस संबंध में फैसला गुरुवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में कोविड की मौजूदा स्थिति संबंधी समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया।
मोहाली, लुधियाना और अमृतसर संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने लोगों द्वारा संक्रमण से बचाव के उपायों का पालन नहीं किए जाने और वायरस के ब्रिटिश स्वरूप को बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि मरीजों के उपचार के लिए अस्पतालों में देरी से पहुंचने और उनमें अन्य बीमारियां भी संक्रमण से मौत की एक बड़ी वजह है।
पंजाब सरकार ने सोमवार को राज्य में कड़ी पाबंदियों की घोषणा की थी। इनमें रात के कर्फ्यू की अवधि को एक घंटा बढ़ाने, बार, सिनेमा हॉल, जिम ,स्पा, कोचिंग सेंटर आदि को 30 अप्रैल तक बंद करना आदि शामिल है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकडों के अनुसार पंजाब में एक अप्रैल को संक्रमण के 2,42,895 मामले थे।