नई दिल्लीः वरिष्ठ कोचिंग डिपो अधिकारी जितेंद्र राय ने कहा कि कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए। रेलवे ने सभी कंबल और पर्दों को हटाकर सेनिटाइज करने का फैसला लिया है। यहां कंबलों को 40डिग्री सेल्सियस पर सेनिटाइज किया जाता है। यहां प्रतिदिन 1200 कंबल सेनिटाइज किए जाते हैं।
कोरोना वायरस फैलने के मद्देनजर भारतीय रेलवे ने अपने सभी क्षेत्रीय संभागों को ट्रेनों के एसी डिब्बों से कंबल और पर्दे हटाने का आदेश दिया है क्योंकि उनकी रोज धुलाई नहीं होती है। रेलवे ने कहा कि चादर, तौलिये और तकिए के खोल जैसी अन्य चीजें रोज धोई जाती हैं।
रेलवे बोर्ड ने यह भी निर्देश दिया है कि इन डिब्बों में न्यूतनम तापमान 24-25 डिग्री निर्धारित किया जाए। बोर्ड ने कहा,‘‘ इस एहतियाती कदम का पर्याप्त प्रचार किया जाए ताकि यात्री तैयार रहें।’’ बोर्ड ने कहा कि सभी पर्दों और कंबलों को धोकर, सुखाकर स्वच्छ एवं शुष्क भंडार सुविधा गृह में रख दिया जाए व ताजा शत प्रतिशत धुला लीनेन सीलबंद पैकेट में दिये जाएं। रेलवे एसएमएस और आईवीआरएस के माध्यम से यात्रियों से अपना कंबल लेकर आने को कहेगा।
उसने अपने कर्मियों को हैंडल, विंडो ग्रिल, बोतल क्लिप, चार्ज प्वाइंट जैसी जगहों की अच्छी तरह साफ-सफाई करने के भी निर्देश दिये हैं क्योंकि रोज हजारों लोग उसे स्पर्श करते हैं। अधिकारियों ने कहा कि यात्रियों को यात्रा के दौरान रखरखाव कर्मी तरल साबुन, नैपकिन रॉल और कीटाणुनाशक रसायन उपलब्ध करायेंगे।
एसी डिब्बों में सहायकों को इस्तेमाल में आ चुके लिनेन दोबारा नहीं देने को कहा गया है। उन्हें उन यात्रियों पर भी नजर रखने की सलाह दी गयी है जिन्हें सर्दी-खांसी है और उनके द्वारा इस्तेमाल किये गये लिनेन को अलग से रखने को कहा गया है। एसी डिब्बों के कंबलों की महीने में दो बार और पर्दों की पंद्रह दिनों पर धुलाई की जाती है।