नयी दिल्ली, 30 जून कांग्रेस ने बुधवार को सरकार पर छद्म पूंजीवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कंपनी की वित्तीय स्थिति खराब होने के बावजूद बाबा रामदेव के स्वामित्व वाली रुचि सोया को करोड़ों रुपये का कर्ज क्यों दिया गया? इस पर जवाब मांगा।
कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि इस सरकार पर से छद्म पूंजीवाद का तमगा हटता नहीं दिखता है और उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार अपनी पूंजीवादी मित्रों का सहयोग एवं समर्थन जारी रखे हुए है।''
खेड़ा ने आरोप लगाया कि रुचि सोया ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) जैसे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से 12,146 करोड़ रुपये का कर्ज लेने के बाद दिवालिया होने के संबंध में घोषणा की। यह कंपनी अब रामदेव के पतंजलि समूह के स्वामित्व में है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रुचि सोया से अपने कर्ज की वसूली में नाकाम रहने के बाद एसबीआई ने पतंजलि समूह को 3,250 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध करायी जोकि रुचि सोया को 4,350 करोड़ रुपये में खरीदने के लिए सार्वजनिक बैंकों से उधार ली गई राशि का एक बड़ा हिस्सा रही।
इन आरोपों को लेकर रामदेव और कंपनी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।