दिल्ली: कांग्रेस पार्टी में होने वाला अध्यक्ष पद का चुनाव शायद अपने अब तक के इतिहास में सबसे विवादित और चर्चा में रहने वाला होगा। कांग्रेस का अध्यक्ष कौन होगा, इसकी चर्चा न केवल कांग्रेस में है बल्कि अन्य राजीतिक दलों के विमर्ष में भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
इसी चर्चा के क्रम में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने बुधवार को एक बायन जारी करते हुए कहा कि कांग्रेस की चुनावी प्रक्रिया पार्टी का आंतरिक मामला है और इसके प्रारूप को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है।दरअसल एआईसीसी को यह बयान इसलिए जारी करना पड़ा क्योंकि कांग्रेस में ही एक खेमे ने पार्टी से कांग्रेस अध्यक्ष पर के लिए तैयार मतदाता सूची को सार्वजनिक करने की मांग की थी।
लेकिन एआईसीसी ने असंतुष्टों की इस मांग को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि सभी दलों की तरह कांग्रेस में पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव आंतरिक और गोपनीय प्रक्रिया के तहत होती है, ऐसे में मतदाताओं का नाम सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है लेकिन कोई भी कांग्रेस का सदस्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के किसी भी कार्यालय से मतदाताओं की सूची को प्राप्त कर सकता है।
वहीं राहुल गांधी के बहुप्रतिक्षित 'भारत जोड़ो यात्रा' के विषय में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने कहा कि वो अगले सप्ताह शुरू होने वाली राहुल गांधी के नेतृत्व में 'भारत जोड़ो यात्रा' की तैयारियों का जायजा लेने के लिए केरल में है। लेकिन जहां तक अध्यक्ष पद के चुनाव मतदाता लिस्ट देखने की बात है तो पार्टी का कोई भी सदस्य पीसीसी कार्यलय में जाकर मतदाता सूची की प्रति को देख सकता है।
वेणुगोपाल ने कहा, "वैसे यह पार्टी की आंतरिक प्रक्रिया है, जैसा की अन्य सभी दलों में भी होता है। इसलिए पार्टी उसे जनता के देखने के लिए प्रकाशित नहीं कर सकती है।" उन्होंने कहा कि इस संबंध में कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री भी मीडिया को बयान दे चुके हैं। इस लिहाज से इस विषय में चर्चा करने का कोई आधार नहीं है।
पार्टी अध्यक्ष के चुनाव का विषय पूरी तरह से पार्टी का आंतरिक मामला है और ये पार्टी सदस्यों के लिए पूरी तरह से पारदर्शी है लेकिन चुनाव संबंधित कोई भी प्रक्रियागत जानकारी हम सार्वजनिक नहीं करने के लिए बाध्य हैं।
इसके साथ ही वेणुगोपाल ने यह भी कहा, "कांग्रेस में इस तरह की प्रथा कभी नहीं रही है और हम पुरानी प्रथा और पार्टी के संविधान का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
मालूम हो कि कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं मनीष तिवारी, शशि थरूर और कार्ति चिदंबरम ने चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए मतदाता सूची को सार्वजनिक करने की मांग की थी। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)