बेंगलुरु, 16 मार्च कर्नाटक में विपक्षी कांग्रेस के विधायकों ने मंगलवार को कहा कि वे उन मंत्रियों से प्रश्न नहीं पूछेंगे जिन्होंने उन्हें अनैतिक बताने वाली मानहानिकारक सामग्री के प्रसारण/प्रकाशन पर रोक हासिल कर रखी है।
कांग्रेस के कम से कम दो विधायकों-- हुविना हदगली के पी अी परमेश्वर नाईक और वरूणा के यतींद्र सिद्धारमैया ने विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान युवा सशक्तिकरण, खेल, नियोजन तथा कार्यक्रम निगरानी एवं सांख्यिकी मंत्री नारायण गौड़ा से सवाल पूछने से इनकार कर दिया। यह भी तब हुआ जब गौड़ा सदन में मौजूद थे और प्रश्नों का उत्तर देने के लिए तैयार थे।
गौड़ा उन छह मंत्रियों में हैं जिन्होंने मीडिया संगठनों द्वारा उनके विरूद्ध किसी भी मानहानिकारक या अपुष्ट खबरों/खबर सामग्री के प्रकाशन/प्रसारण पर इस महीने के प्रारंभ में अदालत से स्थगन हासिल की थी।
अन्य मंत्री श्रम मंत्री शिवराम हेब्बार, कृषि मंत्री बी सी पाटिल, सहकारिता मंत्री एस टी सोमशेखर, स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर और शहरी विकास मंत्री भायरथी बासवराज हैं।
इन मंत्रियों ने यह कदम तब उठाया था जब उनके सहयोगी रमेश जारकिहोली ने यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच इस माह के प्रारंभ में मंत्रिपद से इस्तीफा दे दिया था। इस संबंध में एक कथित वीडियो सामने आया था। मंत्री ने आरोप को ‘फर्जी’ करार दिया था।
पिछले सप्ताह अन्य कांग्रेस विधायक चामराजनगर के पुत्तरंगा शेट्टी ने विधानसभा में गौड़ा से सवाल पूछने से इनकार कर दिया और कहा था कि मंत्री को (प्रश्न का उत्तर देने का) ‘नैतिक अधिकार’ नहीं है।
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