कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एंड्रॉयड ऐप With INC को गूगल प्लेस्टोर से डिलीट कर दिया है। समाचार एजेंसी एनएनआई के अनुसार कांग्रेस का ऐप तब डिलीट किया गया जब @fs0c131y ट्विटर हैंडल से एक यूजर ने दावा किया कि कांग्रेस के ऐप With INC का होस्ट सर्वर सिंगापुर में है। खुद को फ्रांसीसी सिक्योरिटी एक्सपर्ट बताने वाले इस यूज़र ने शनिवार (24 मार्च) को दावा किया था कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक एंड्रॉयड ऐप Namo App का डाटा एक अमेरिकी कंपनी के साथ साझा किया जाता है। इस यूजर ने दावा किया कि Namo App डाउनलोड करने वालों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी जाती थी कि उनका डाटा किसी तीसरी कंपनी के साथ शेयर किया जाता है। इस मामले के सामने आने के बाद Namo App की वेबसाइट पर ये जानकारी अपडेट की गयी कि यूजर्स का कुछ डाटा थर्ड पार्टी (तीसरे पक्ष) के साथ शेयर की जा सकती है। हालांकि बीजेपी ने इन आरोपों से इनकार किया।
इंडियन एक्सप्रेस ने सोमवार (26 मार्च) को प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि Namo App यूजर्स से 22 तरह के डाटा लेने की इजाजत लेता है जिसमें ऑडियो, वीडियो और फोन नम्बर इत्यादि शामिल हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार (25 मार्च) को ट्विट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया था कि वो Namo App का डाटा "अपने अमेरिकी दोस्तों को देते हैं।" कांग्रेस अध्यक्ष ने सोमवार को भी ट्वीट करके पीएम मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि Namo App से यूजर्स का वीडियो और ऑडियो रिकॉर्ड किया जाता है।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि Namo App डाउनलोड करने के लिए मजबूर करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के 13 लाख एनसीसी कैडेट का डाटा भी हासिल करना चाहते हैं। रविवार को राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोपों के जवाब में बीजेपी ने उनके तकनीकी ज्ञान को नाकाफी बताते हुए सभी आरोपों से इनकार किया था। प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोपों को गलत बताया था।
इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने इस ट्विटर यूजर से संपर्क किया तो उसने अपना परिचय रॉबर्ट बैपटिस्टे के रूप में रूप में दिया। इस हैकर ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा है कि उसका किसी भी राजनीतिक दल से कुछ लेना देना नहीं वो केवल टेक्निकल सच को सामने लाने में रुचि रखता है। इस हैकर ने रविवार को ट्वीट किया था, "ये कहना जरूरी है: मैं राजनीति नहीं कर रहा। मैं केवल टेक्निकल सच में यकीन करता हूँ। किसी भी तरफ के राजनीतिक भाषण पर यकीन न करें। बात ये है कि नरेंद्र मोदी का ऐप आपको बिना बताए थर्ड पार्टी को आपका डाटा दे रहा था। बाकी बातें बस अटकलें हैं।"
सोमवार को जब राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि