नई दिल्लीः कांग्रेस ने आरोप लगाया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम नहीं कर पाने के लिए संप्रग सरकार के समय जारी तेल बॉंन्ड को लेकर गलत आंकड़े पेश कर पूर्व की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
महंगाई और पेट्रोल -डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने की तैयारी में जुटी कांग्रेस ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की उन दलीलों को झूठा करार दिया। निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल -डीज़ल की बढ़ती कीमतों के लिए यूपीए सरकार के ऑयल बॉन्ड के भुगतान को जिम्मेदार बताया। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने निर्मला सीतारमण को सलाह दी कि वह प्रधानमंत्री मोदी की तरह झूठ बोलना बंद करें।
आंकड़े पेश करते हुए सुरजेवाला साफ़ किया कि मोदी सरकार ने 7 सालों में पेट्रोल पर 23. 87 और डीज़ल पर 28. 37 प्रति लीटर टैक्स बढ़ाये हैं। नतीजा इस अतरिक्त कर से 17. 29 लाख करोड़ कमा चुकी है।उनकी यह भी दलील थी कि ऑयल बॉन्ड जो लगभग 1. 3 लाख करोड़ के हैं उनकी तो अभी देनदारी भी नहीं है। फिर वित्तमंत्री झूठ क्यों बोल रही हैं।
कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने वित्तमंत्री पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वह झूठ बोल कर देश को गुमराह कर रही हैं। पेट्रोल -डीज़ल पर करों में वृद्धि कर सरकार ने 2014 -2015 में 22. 34 लाख करोड़ की कमाई की और ऑयल बॉन्ड का मात्र 73 ,440 करोड़ चुकाया है।
माकन ने अब तक के वर्ष बार आंकड़े देते हुए साबित किया कि मोदी सरकार पेट्रोल -डीज़ल पर टैक्स बड़ा कर लूटने में लगी है। उनकी मांग थी सरकार तुरंत एक्ससाइज़ ड्यूटी कम करे और पेट्रोल -डीज़ल को जीएसटी की सूची में शामिल करे ताकि उपभोक्ता राहत की सांस ले सकें। कांग्रेस इन बढ़ते करों को अंकुश लगाने के लिए सरकार के झूठ के खिलाफ हल्ला बोल मुहिम चलाएगी।