नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को बैंकों को तत्काल प्रभाव से 2000 रुपये का नोट जारी करना बंद करने कहा है। आरबीआई के इस फैसले को लेकर विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने इसे मोदी सरकार का गलत फैसला बताया है। सबसे पुरानी पार्टी ने कहा कि हमेशा की तरह पीएम मोदी का एक और फैसला गलत साबित हुआ। 2000 के नोट अब चलन में नहीं रहेंगे।
विपक्षी पार्टी ने कहा, याद रहे- नोटबंदी के तानाशाही फैसले के बाद इस नोट को लाया गया था। दावा था कि इससे कालाधन खत्म हो जाएगा, भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा। सारे दावे पलट गए, अब बिना सोचे-समझे लिया गया ये फैसला भी पलट गया। मोदी जी... आपसे गुजारिश है- बचकाने फैसले लेना बंद कीजिए।
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस फैसले पर सीधे पीए मोदी की सीधी आलोचना की। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, पहले बोले 2000 का नोट लाने से भ्रष्टाचार बंद होगा। अब बोल रहे हैं 2000 का नोट बंद करने से भ्रष्टाचार ख़त्म होगा। इसीलिए हम कहते हैं, पीएम पढ़ा लिखा होना चाहिए। एक अनपढ़ पीएम को कोई कुछ भी बोल जाता है। उसे समझ आता नहीं है। भुगतना जनता को पड़ता है।
वहीं समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कुछ लोगों को अपनी गलती देर से समझ आती है… 2000/- के नोट के मामले में भी ऐसा ही हुआ है लेकिन इसकी सजा इस देश की जनता और अर्थव्यवस्था ने भुगती है। शासन मनमानी से नहीं, समझदारी और ईमानदारी से चलता है।