दिल्ली सरकार के होम आइसोलेशन का कार्यक्रम 'रद्द करने' के उपराज्यपाल के आदेश पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाया है। केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली के लिए देश के अन्य राज्यों से अलग नियम क्यों हैं?
एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अरविंद केजरीवाल का कहना है, "जब भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) देश भर में एसिम्प्टोमैटिक (बिना लक्षण वाले) और हल्के लक्षणों वालों मरीजों को होम आइसोलेशन की अनुमति दे रही है तो दिल्ली में अलग नियम क्यों लागू किए जा रहे हैं।"
मनीष सिसोदिया ने कहा डीडीएमए की बैठक में करेंगे विरोध
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि दिल्ली सरकार घर में पृथक-वास का कार्यक्रम 'रद्द करने' के उपराज्यपाल के आदेश का डीडीएमए की बैठक में विरोध करेगी। सिसोदिया ने शनिवार बैठक से कुछ ही मिनट पहले यह बात की। उन्होंने कहा कि यह आदेश आईसीएमआर के दिशा-निर्देशों के खिलाफ है और इससे दिल्ली में 'अराजकता' पैदा हो जाएगी।
सिसोदिया ने ट्वीट किया, 'दिल्ली राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक दोपहर 12 बजे होगी। हम घर में पृथक-वास को रद्द करने के उपराज्यपाल के आदेश का विरोध करेंगे और इसे बदलने की मांग करेंगे। घर में पृथक-वास के कार्यक्रम को रद्द करने का यह आदेश आईसीएमआर के दिशा-निर्देशों के विपरीत है और इससे दिल्ली में अराजकता पैदा हो जाएगी।'
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शुक्रवार को आदेश दिया कि कोविड-19 के हरेक मरीजों के लिए घर पर पृथक-वास के बजाए पांच दिन संस्थागत पृथक-वास केंद्र में रहना जरूरी होगा। दिल्ली सरकार ने इस आदेश का विरोध करते हुए कहा कि यह 'मनमाना' आदेश है और इससे पहले से ही दबाव झेल रही स्वास्थ्यसेवा प्रणाली पर बोझ बढ़ेगा