राजकोट: गुजरात के राजकोट में कक्षा 8वीं की एक छात्रा की अपने स्कूल जाते समय बेहोश हो जाने के बाद दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। रिया के रूप में पहचानी जाने वाली लड़की कक्षाओं के शुरू होने से पहले होने वाली नियमित स्कूल प्रार्थनाओं के बाद अपनी कक्षा में पहुंची। बेहोश होने के बाद बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डॉक्टरों के मुताबिक, उसने जो ड्रेस पहनी हुई थी, वह पतली थी और कड़ाके की सर्दी से बचने के लिए नाकाफी थी। डॉक्टरों का सुझाव है कि पतला कपड़ा शरीर को गर्म करने में विफल रहा होगा, जिससे दिल का दौरा पड़ने से पहले रक्त रुक जाता है।
इस घटना के बाद सरकार हरकत में आई और छात्रों को जरूरत के हिसाब से गर्म कपड़े पहनने की वकालत की। सरकार ने माना कि छात्रों को स्कूलों द्वारा निर्धारित गर्म कपड़े पहनने की आवश्यकता नहीं है। इस बीच, कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी ने कहा कि स्कूल खुलने का समय सुबह सात बजे से बढ़ाकर आठ बजे किया जाना चाहिए।
इससे पहले एक माह पूर्व मध्य प्रदेश के भिंड में 12 साल के बच्चे की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर डॉक्टरों ने भी चिंता जताई थी। डॉक्टरों का मानना था कि इतनी कम उम्र में हार्ट अटैक से मौत का संभवतः राज्य में यह पहला मामला हो सकता है। 12 वर्षीय मनीष जाटव चौथी कक्षा में पढ़ता था। वह अपने भाई के साथ इटावा रोड स्थित स्कूल में पढ़ने गया था। उसने स्कूल में लंच किया।
इसके बाद वापस घर लौटने के लिए 2 बजे स्कूल बस में चढ़ा तो इस दौरान वह बस में चक्कर खाकर गिर गया। आनन-फानन अवस्था में छात्र को अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। एक स्टडी के अनुसार, इस तरह की घटनाएं COVID-19 के बाद बढ़ी हैं। यह संभवतः पहली बार था कि जब मध्य प्रदेश में इस उम्र के बच्चे की कार्डियक अरेस्ट से मौत हुई।