लाइव न्यूज़ :

मोदी सरकार के फैसले का चिराग पासवान ने किया विरोध, लेटरल एंट्री को पूरी तरह से गलत बताया

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: August 20, 2024 11:00 IST

एनडीए का हिस्सा होने के बावजूद इस फैसले को "पूरी तरह से गलत" बताते हुए पासवान ने कहा कि वह और उनकी पार्टी इस फैसले के पक्ष में नहीं हैं। चिराग पासवान ने कहा कि ऐसी नियुक्तियों पर मेरी पार्टी का रुख बिल्कुल साफ है।

Open in App
ठळक मुद्देलेटरल एंट्री से सरकारी नियुक्तियां करने का केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने विरोध कियाएनडीए का हिस्सा होने के बावजूद इस फैसले को "पूरी तरह से गलत" बतायाकहा- यह पूरी तरह से गलत है और मैं इस मामले को सरकार के समक्ष उठाऊंगा

नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा लेटरल एंट्री से सरकारी नियुक्तियां करने का केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने विरोध किया है। चिराग पासवान ने कहा है कि सरकारी नियुक्तियों से संबंधित किसी भी ऐसे फैसले में आरक्षण की नीति का पालन किया जाना चाहिए। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) भाजपा की प्रमुख सहयोगी है। चिराग ने कहा है कि वह इस मामले को केंद्र सरकार के समक्ष उठाएंगे।

एनडीए का हिस्सा होने के बावजूद इस फैसले को "पूरी तरह से गलत" बताते हुए पासवान ने कहा कि वह और उनकी पार्टी इस फैसले के पक्ष में नहीं हैं। चिराग पासवान ने कहा कि ऐसी नियुक्तियों पर मेरी पार्टी का रुख बिल्कुल साफ है। जहां भी सरकारी नियुक्तियां होती हैं, वहां आरक्षण के प्रावधानों का पालन किया जाना चाहिए।

लेटरल एंट्री पर चिराग ने कहा कि जिस तरह से यह जानकारी सामने आई है, वह मेरे लिए भी चिंता का विषय है क्योंकि मैं इस सरकार का हिस्सा हूं और इन मुद्दों को उठाने के लिए मेरे पास मंच है। हम इसके बिल्कुल पक्ष में नहीं हैं। यह पूरी तरह से गलत है और मैं इस मामले को सरकार के समक्ष उठाऊंगा।

चिराग पासवान एनडीए से केंद्र सरकार की लेटरल एंट्री योजना की आलोचना करने वाले पहले नेता हैं। चिराग पासवान की टिप्पणी पर भाजपा नेता  गुरु प्रकाश पासवान ने भी प्रतिक्रिया दी है। प्रकाश पासवान ने चिराग से सरकार पर भरोसा रखने को कहा है। 

इससे पहले विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र के फैसले की आलोचना करते हुए इसे "राष्ट्र-विरोधी" बताया था। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने आरोप लगाया है कि यह भाजपा द्वारा पिछले दरवाजे से अपने वैचारिक सहयोगियों को उच्च पदों पर नियुक्त करने की "साजिश" है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में महत्वपूर्ण पदों पर लेटरल एंट्री के जरिए भर्ती करके एससी, एसटी और ओबीसी श्रेणियों का आरक्षण छीना जा रहा है। यह यूपीएससी की तैयारी कर रहे प्रतिभाशाली युवाओं के अधिकारों की लूट है और वंचितों के लिए आरक्षण सहित सामाजिक न्याय की अवधारणा पर हमला है।

टॅग्स :चिराग पासवानBJPमोदी सरकारIAS
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो के उड़ानों के रद्द होने पर राहुल गांधी ने किया रिएक्ट, बोले- "सरकार के एकाधिकार मॉडल का नतीजा"

भारतकौन थे स्वराज कौशल? दिवंगत भाजपा नेता सुषमा स्वराज के पति का 73 साल की उम्र में हुआ निधन

भारतसंचार साथी ऐप में क्या है खासियत, जिसे हर फोन में डाउनलोड कराना चाहती है सरकार? जानें

भारतफिर खुलेगी आईएएस संतोष वर्मा की फाइल, हाईकोर्ट ने पुलिस जांच को दी मंजूरी

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की