केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने राजस्थान में कोटा के एक अस्पताल में नवजात बच्चों की मौत के मामले में राजस्थान सरकार को इस तरह की घटनाओं को भविष्य में होने से रोकने के लिये अतिरिक्त केन्द्रीय सहायता देने का आश्वासन दिया है।
इस बीच एक और बच्चे ने दम तोड़ दिया। अभी तक 104 बच्चों की मौत हो गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से कोटा के सरकारी अस्पताल का दौरा करने तथा वहां की व्यवस्थाएं व्यक्तिगत रूप से देखने का आग्रह किया है। गहलोत ने यह पहल ऐसे समय में की है जबकि कोटा के जे के लोन अस्पताल में नवजात शिशुओं की लगातार मौत के कारण राज्य सरकार विपक्ष के निशाने पर है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा है,' मैंने केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन को फोन किया और उनसे आग्रह किया कि वे खुद कोटा आएं ताकि देख सकें कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने वहां कैसे श्रेष्ठ सुविधाएं उपलब्ध करवाते हुए व समुचित प्रबंधन किया है।'
गहलोत के अनुसार, 'हर्षवर्धन खुद एक चिकित्सक हैं इसलिए अगर वह कोटा के अस्पताल का दौरा करते हैं तो उन लोगों के लिए भी स्थिति स्पष्ट होगी जो जाने अनजाने में प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।' उल्लेखनीय है कि कोटा के इस सरकारी अस्पताल में नवजात शिशुओं की लगातार मौत चर्चा में बनी हुई। गुरुवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इसको लेकर गहलोत सरकार पर निशाना साधा।
कोटा में बच्चों की मौत: केन्द्र ने राजस्थान सरकार को दिया अतिरिक्त मदद का आश्वासन
केन्द्र सरकार के विशेषज्ञों का एक उच्च स्तरीय दल शुक्रवार को कोटा जायेगा। डा. हर्षवर्धन ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फोन पर बात कर स्थिति का जायजा लेने के बाद उन्हें केन्द्र सरकार की तरफ से हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैंने गहलोत को कहा है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की आगामी बैठक में वह राजस्थान को मिलने वाली केन्द्रीय सहायता के रूप में अतिरिक्त राशि देने का प्रस्ताव पेश करें।’’ उल्लेखनीय है कि कोटा जिले के जेके लोन अस्पताल में चिकित्सा सुविधाओं में तकनीकि खामियों के कारण पिछले सप्ताह 30 और 31 दिसंबर को कम से कम नौ और शिशुओं की मौत हो गई। इसके साथ ही इस महीने अस्पताल में मरने वाले शिशुओं की संख्या करीब 100 हो गई है।
डा हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘मैंने गहलोत को पूरा अश्वासन दिया है कि बच्चों की मौत को रोकने के लिये हम हरसंभव उपाय करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि बाल रोग विशेषज्ञों सहित अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों का दल स्वास्थ्य मंत्रालय ने भेजने का फैसला किया है। जिससे बच्चों की मौत की घटनाओं को रोकने के लिये तात्कालिक उपाय सुनिश्चित किये जा सकें। उन्होंने कहा, ‘‘स्वास्थ्य मंत्रालय का उच्च स्तरीय दल कल कोटा पहुंचेगा। इसमें एम्स जोधपुर और जयपुर से क्षेत्रीय निदेशक, स्वास्थ्य सेवा सहित अन्य विशेषज्ञ शामिल होंगे।
गहलोत को पत्र लिखकर भी मैंने भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिये उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।’’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘मैंने गहलोत को बताया कि जेके लोन अस्पताल को एनएचएम के तहत 2019-20 में 91.7 लाख रुपये की अग्रिम राशि पहले ही जारी कर दी है। कोटा अकेला जिला है जिसे 2019-20 के लिये 27.45 करोड़ रुपये आवंटित किये गये। वार्षिक बजट में राजस्थान को 1788.97 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं।’’