खटीमा: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। यहां भारी मात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रहा ही है, जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, चार धाम यात्रा के पहले दिन ही यहां ज़्यादा पर्यटक और श्रद्धालु आ गए हैं। हमने सभी तरह की व्यवस्थाएं कर रखी हैं। लेकिन जितनी व्यवस्थाएं कर रखी हैं उससे कई ज़्यादा संख्या में लोग आ रहे हैं। जिसके कारण कुछ लोगों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है।
सीएम धामी ने चारधाम यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं से कहा है कि मैं सभी श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अपील करता हूं कि अपनी आगे की यात्रा तभी करें जब सभी तरह की व्यवस्थाएं हो जाएं। उन्होंने कहा, रात का तापमान कम होने से पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि हमने पर्याप्त व्यवस्था की है, और आगे भी करते रहेंगे, मैं श्रद्धालुओं से उनके ठहरने और दर्शन की योजना बनाने का आग्रह करता हूं।
उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2022 का 3 मई से विधिवत प्रारंभ हुआ है। 8 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए हैं। दरअसल, कोरोना की वजह से 2 साल चार धाम यात्रा बंद रही। ऐसे में इस बार यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खास उत्साह देखा जा रहा है। अनुमान है कि इस बार देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यात्रा करने के लिए पहुंचने वाले हैं।
सरकारी आदेश के मुताबिक रोजाना 15 हजार श्रद्धालु बद्रीनाथ के दर्शन कर सकेंगे। वहीं रोजाना 7 हजार तीर्थयात्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर सकेंगे। ऐसे ही गंगोत्री में 7 हजार और यमुनोत्री में 4 हजार की संख्या में श्रद्धालु रोजाना दर्शन कर सकेंगे। नियमानुसार, समय सीमा 45 दिनों के लिए लागू की गई है। ये नियम कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से बनाए गए हैं।