नई दिल्ली: संसद में जारी मानसून सत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने, जब केंद्र में मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और पंजाब के जालंधर से सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। इसके बाद तो दोनों के बीच हुई बहस ने निजी जंग का रूप ले लिया और फिर एक-दूसरे पर निजी तौर पर दोनों ने हमले शुरू कर दिए। हालांकि, इस बीच पीठासीन लोकसभा स्पीकर ने दोनों के बीच छिड़ी बहस को किसी तरह से शांत करवाया।
बहस की शुरुआत वहां से हुई जब पंजाब के जालंधर से सांसद और सूबे के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने गोरा कहकर रवनीत सिंह बिट्टू पर आरोप लगाया। केंद्रीय मंत्री की ओर इशारा करते हुए कहा कि इनमें और अंग्रेजों में कोई फर्क नहीं है। साथ में जालंधर से सांसद ने कहा कि इसलिए वो भाजपा में गए, जिससे वो जमीनों को हड़प सके और अपने लोगों को ठेकों के जरिए फायदा पहुंचा सकें।
इसके बाद केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू गुस्से से आग बबूला हो गया और फिर हमलावर होते हुए उन्होंने कह दिया कि ये गोरा किसको कह रहा है, पहले ये बताए और अपनी नेता सोनिया गांधी जी से पूछे वो कहां की हैं। ये अपनी जायदाद पूछे, ये गरीबी की बात कर रहे हैं, सारे पंजाब से अमीर आदमी और सबसे भ्रष्टाचारी ये न हो तो मैं अपना नाम बदल दूंगा, हजारों करोड़ का मालिक ये चरणजीत सिंह चन्नी है। जवाब उन्होंने कुर्बानी देश के लिए दी बल्कि कांग्रेस के लिए नहीं दी।
आखिर में फिर तल्ख लहजे में पूर्व सीएण चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, रवनीत सिंह बिट्टू आपके पिता शहीद हुए, लेकिन वो उस दिन मरे जिस दिन आपने कांग्रेस को छोड़ा, फिर एक बार दोनों के बीच बहस शुरू हो गई और फिर जालंधर से सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पीठासीन स्पीकर संध्या राय से शिकायत कर कहा कि इसका ये मतलब नहीं कि वो पंजाब से आएं, तो मुझे तंग करते रहेंगे।