लाइव न्यूज़ :

Chandrayaan 2: लैंडर विक्रम से संपर्क साधने के लिए NASA पर टिकी हैं उम्मीदें, अब सिर्फ 5 दिन का वक्त!

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 16, 2019 13:29 IST

चांद पर 'हार्ड लैंडिंग' के बावजूद लैंडर विक्रम में कोई टूट-फूट नहीं हुई थी। इसलिए इसरो अभी निराश नहीं है और विक्रम से संपर्क साधने की कोशिशें जारी हैं। 

Open in App
ठळक मुद्देसात सितंबर को चंद्रमा की सतह पर उतरने से ठीक पहले लैंडर विक्रम का संपर्क टूट गया था।चांद पर 'हार्ड लैंडिंग' के बावजूद लैंडर विक्रम में कोई टूट-फूट नहीं हुई थी।

सात सितंबर को चंद्रमा की सतह पर उतरने से ठीक पहले लैंडर विक्रम का संपर्क टूट गया था। अब विक्रम से संपर्क के लिए पांच दिन का वक्त बचा है। दोबारा संपर्क स्थापित करने की तमाम उम्मीदें अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा पर जाकर टिक गई हैं जो पिछले कई दिनों से संपर्क साधने की असफल कोशिश कर रहा है। चांद पर 'हार्ड लैंडिंग' के बावजूद लैंडर विक्रम में कोई टूट-फूट नहीं हुई थी। इसलिए इसरो अभी निराश नहीं है और विक्रम से संपर्क साधने की कोशिशें जारी हैं। 

संपर्क साधने के लिए 5 दिन का समय

ऑर्बिटर के काम करने की नियोजित अवधि एक साल से अधिक की है इसलिए वह डेटा भेजता रहेगा जबिक रोवर केवल एक चंद्रमा दिवस के लिए प्रयोग करने वाला था। एक चंद्रमा दिवस पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होता है। विक्रम से संपर्क साधने के लिए इसरो के पास अब सिर्फ 5 दिन बचे हैं, वरना चांद पर रात हो जाएगी और चंद्रयान-2 मिशन के पूरा होने की उम्मीदें खत्म हो सकती हैं।

संपर्क साधने में जुटा NASA

नासा का ऑर्बिटर मंगलवार (17 सितंबर) को चंद्रमा की सतह पर उस जगह के ऊपर से गुजरेगा, जहां विक्रम ने लैंडिंग की है। नासा का ऑर्बिटर लैंडिंग साइट की तस्वीरें भी भेज सकता है। इससे विक्रम लैंडर से संपर्क करने में सफलता मिल सकती है।

साथ मिलकर काम कर सकते  हैं ISRO और NASA

चंद्रयान 2 मिशन के तहत भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सराहनीय प्रयास का नासा भी कायल हो गया है और उसने कहा कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर ‘विक्रम’ की सॉफ्ट लैंडिंग कराने की भारत की कोशिश ने उसे ‘‘प्रेरित’’ किया है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि वह भारतीय एजेंसी के साथ सौर प्रणाली पर अन्वेषण करना चाहती है। 

टॅग्स :चंद्रयानभारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठननासा
Open in App

संबंधित खबरें

भारत"आज देश स्पेस सेक्टर में जो देख रहा वैसा पहले नहीं देखा...", स्काईरूट के इन्फिनिटी कैंपस के उद्घाटन में बोले पीएम मोदी

भारतVIDEO: इसरो ने श्रीहरिकोटा से सबसे भारी कम्युनिकेशन सैटेलाइट CMS-03 लॉन्च किया

भारतISRO: आज फिर रचेगा इसरो इतिहास, संचार उपग्रह 'LVM3-M5' का होगा प्रक्षेपण

भारतकौन थे एकनाथ वसंत चिटनिस, विक्रम साराभाई के साथ भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की नींव?

विश्वAmit Kshatriya: कौन हैं अमित क्षत्रिय? भारतीय मूल के इंजीनियर नासा में शीर्ष सिविल सेवा पद पर नियुक्त

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत