कोल्हापुर जाने वाली महालक्ष्मी एक्सप्रेस में सवार सभी 1,050 यात्रियों को शनिवार को बचा लिया गया। यात्रियों को बचाने के लिए विभिन्न राहत एजेंसियों द्वारा लगभग 17 घंटे तक अभियान चलाया गया।
भारी बारिश के कारण रेल पटरियों पर पानी भरने से यह ट्रेन ठाणे जिले में वंगानी के निकट फंस गई थी। मध्य रेलवे (सीआर) के अधिकारियों ने बताया कि नौ गर्भवती महिलाओं समेत सभी यात्रियों को अपराह्र तीन बजे तक बचा लिया गया।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहत दलों की प्रशंसा करते हुए कहा कि केन्द्र स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), नौसेना, वायुसेना, सेना, रेलवे और राज्य प्रशासन की टीमों ने सभी यात्रियों को बचा लिया।’’
यह ट्रेन शुक्रवार की रात को मुंबई से कोल्हापुर के लिए रवाना हुई थी लेकिन यह वंगानी से आगे नहीं जा सकी जहां इसे शनिवार की तड़के पहुंचना था। सीआर के मुख्य प्रवक्ता सुनील उदासी ने कहा कि सभी 1,050 यात्रियों को मौके से बचा लिया गया है।
उदासी ने कहा, ‘‘महालक्ष्मी एक्सप्रेस के प्रभावित यात्रियों के साथ 19 डिब्बों वाली एक विशेष ट्रेन कल्याण से कोल्हापुर के लिए रवाना होगी। राहत अभियान में शामिल अधिकारियों ने बताया कि नौ गर्भवती महिलाओं और एक महीने की एक बच्ची को भी सुरक्षित बचा लिया गया है।
नित्यानंद रॉय ने बताया कैसे पूरा हुआ महालक्ष्मी एक्सप्रेस से लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन
महालक्ष्मी एक्सप्रेस के रेस्क्यू ऑपरेशन पर गृह राज्यमंत्री नित्यानंद रॉय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में एनडीआरएफ ने अपने संसाधनों में ऐसा आधुनिकीकरण किया है कि वह देश के किसी भी हिस्से में सफलतापूर्वक काम किया है।
आज 1050 लोगों को प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के कारगर मैनेजमेंट के कारण बचाया गया. उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने एयरफोर्स, रेलवे अधिकारियों और महाराष्ट्र सरकार के अफसरों से बातचीत की। हम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से साथ संपर्क में थे। गृह मंत्री ने खुद पूरे ऑपरेशन पर निगरानी रखी।