Bypoll results 2022: निर्वाचन आयोग ने सात विधानसभा क्षेत्र और तीन लोकसभा सीटों के लिए परिणाम घोषित कर दिए। उत्तर प्रदेश में भाजपा ने सपा को विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा उपचुनाव में करारा झटका दिया है। सीएम योगी ने अखिलेश यादव से रामपुर और आजमगढ़ संसदीय सीट छीन ली।
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 सीट में से भारतीय जनता पार्टी ने 62, अपना दल (एस) ने दो, बहुजन समाज पार्टी ने 10 और सपा ने पांच सीट जीती थी। कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली थी। तब सपा और बसपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था। ताजा चुनाव परिणाम आने के बाद अब लोकसभा में उत्तर प्रदेश में भाजपा की 64 सीट हो जाएंगी और सपा की घटकर तीन सीट रह जाएगी।
भाजपा ने तीन लोकसभा सीटों में से दो पर जीत हासिल की, और एक शिअद (अमृतसर) को मिली। सात विधानसभा सीटों में से, भाजपा ने तीन, कांग्रेस ने दो और एक-एक सीट AAP और YSRCP के खाते में गई। भारतीय जनता पार्टी ने त्रिपुरा से टाउन बारदोवाली, जुबराजनगर और सूरमा विधानसभा सीटों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की रामपुर और आजमगढ़ संसदीय सीट जीती।
आप ने पंजाब के संगरूर लोकसभा उपचुनाव में हार मान ली और शिअद (अमृतसर) के सिमरनजीत सिंह मान को उनकी जीत पर बधाई दी। दुर्गेश पाठक ने दिल्ली में पार्टी के लिए राजिंदर नगर विधानसभा उपचुनाव जीता। कांग्रेस के सुदीप रॉय बर्मन ने अगरतला निर्वाचन क्षेत्र की सीट जीती, जिससे पार्टी को त्रिपुरा विधानसभा में एकमात्र सदस्य मिला।
कांग्रेस ने झारखंड की मंदार विधानसभा सीट भी जीती है। लोकसभा उपचुनाव उत्तर प्रदेश के रामपुर और आजमगढ़ निर्वाचन क्षेत्रों और पंजाब में संगरूर सीट पर हुए थे। विधानसभा उपचुनाव दिल्ली के राजिंदर नगर, झारखंड के रांची जिले के मंदार, आंध्र प्रदेश के आत्मकुरु और त्रिपुरा के चार निर्वाचन क्षेत्रों में हुए थे, जिनमें टाउन बारदोवाली भी शामिल है, जहां से सीएम ने चुनाव लड़ा था।
भाजपा लोकसभा उपचुनाव में आजमगढ़ और रामपुर सीट पर विजयी, सपा को झटका
उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा ने राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) को झटका देते हुए दोनों सीट पर कब्जा कर लिया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के विधायक बनने के बाद उनके इस्तीफे से रिक्त हुई क्रमश: आजमगढ़ और रामपुर सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सपा के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। आजमगढ़ में बसपा ने त्रिकोणीय लड़ाई बनाई, लेकिन वह रामपुर में चुनाव मैदान में नहीं उतरी।
रामपुर में भाजपा के घनश्याम लोधी ने सपा के आसिम राजा को 42,192 मतों के अंतर से हराया। आजमगढ़ में भोजपुरी गायक और अभिनेता भाजपा उम्मीदवार दिनेश लाल यादव निरहुआ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के धर्मेंद्र यादव के खिलाफ आठ हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की।
निर्वाचन आयोग के अनुसार रामपुर में घनश्याम लोधी को कुल 3,67,397 वोट मिले जबकि आसिम राजा को 3,25,205 वोट मिले। इस निर्वाचन क्षेत्र में तीसरे नंबर के मतदाताओं ने नोटा (किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं देने का विकल्प) के लिए बटन दबाए और कुल 4,450 मत दिए। यहां भाजपा और सपा के अलावा किसी प्रमुख दल ने चुनाव नहीं लड़ा।
चुनाव जीतने के बाद लोधी ने कहा, "यह रामपुर के लोगों की जीत है।" उन्होंने कहा कि वह अब उनके "चौकीदार" के रूप में काम करेंगे। इस बीच पत्रकारों से बातचीत में सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने चुनावों में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया और चुनौती देते हुए उन्होंने कहा "ईमानदारी से चुनाव हो जाए। मैं कहता हूं अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत आये। वह यहां चुनाव कराए। खुले मैदान में चुनाव हो जाए। अगर हम हार गए तो राजनीति का मैदान हमेशा के लिए छोड़ देंगे।"
आजमगढ़ में भाजपा, सपा और बसपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला। वहां भाजपा उम्मीदवार दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के धर्मेंद्र यादव को आठ हजार से अधिक मतों के अंतर से हराया। निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार यहां समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के साथ त्रिकोणीय मुकाबले में निरहुआ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के धर्मेंद्र यादव को 8679 मतों से हराया। निरहुआ तो 3,12,768 मत मिले, जबकि धर्मेंद्र यादव को 3,04,089 मत मिले।
कड़े मुकाबले में बसपा के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने भी 266210 मत हासिल किये। आजमगढ़ में 5369 लोगों ने नोटा (किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं देने का विकल्प) का बटन दबाकर उसे चौथा स्थान दिया। निरहुआ ने एक ट्वीट में कहा, "यह लोगों की जीत है। आजमगढ़ के निवासियों ने अद्भुत काम किया है। यह उनकी जीत है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आप सभी ने उपचुनाव की घोषणा के बाद समर्थन, स्नेह और आशीर्वाद दिया, यह आपकी जीत है।
आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव ने अपनी पराजय के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 'गठबंधन' को जिम्मेदार करार दिया है। यादव ने बातचीत में उपचुनाव में अपनी हार के कारणों के बारे में पूछे जाने पर कहा "मैं अपनी हार के लिए भाजपा और बसपा के गठबंधन को बधाई दूंगा, जो प्रत्यक्ष तौर पर राष्ट्रपति के चुनाव भी सामने आ गया और आजमगढ़ के चुनाव में पहले से ही चल रहा था।"
उन्होंने कहा कि अगर वे दोनों गठबंधन करके उन्हें हराकर खुश हैं, तो वे अपनी खुशी का इजहार जरूर करें। रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के नतीजों से उत्साहित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि इन परिणामों के जरिए जनता ने वर्ष 2024 के आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 'दूरगामी संदेश' दे दिया है।
(इनपुट एजेंसी)