मुंबई: आर्थिक राजधानी मुंबई की एक स्थानीय अदालत ने शुक्रवार को बुली बाई ऐप मामले में आरोपी श्वेता सिंह (18) और उसके दोस्त मयंक रावत (20) को 28 जनवरी तक 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मामले में आरोपी मयंक रावत के वकील संदीप शेरखाने ने न्यूज एजेंसी एएनआई को जानकारी देते हुए बताया कि कोर्ट ने आरोपी श्वेता सिंह और मयंक को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। उन्होंने आगे कहा कि दोनों आरोपियों ने बांद्रा कोर्ट में जमानत याचिका दायर की है और उस पर सुनवाई सोमवार (17 जनवरी) को होगी।
इससे पहले बांद्राकोर्ट ने 14 जनवरी तक श्वेता और मयंक को पुलिस रिमांड में भेजा था, जिसकी अवधि आज खत्म होने पर दोनों आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, लेकिन मयंक कोरोनावायरस से पॉजिटिव होने के कारण अदालत में पेश नहीं हो सका।
बता दें कि 10 जनवरी को मुंबई पुलिस ने स्थानीय अदालत को बताया था कि श्वेता और मयंक को बुल्ली बाई मामले के मुख्य आरोपी नीरज बिश्नोई के बारे में पता था, जो ऐप के लिए अपने ट्विटर हैंडल का उपयोग कर रहा था। हालांकि, आरोपियों के वकीलों ने तर्क दिया कि उनके मुवक्किल निर्दोष हैं और उन्हें इस मामले में झूठा फंसाया गया है।
इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। श्वेता और मयंक रावत को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया तो वहीं तीसरे आरोपी विशाल झा को बेगलुरु से पकड़ा था। विशाल झा इस समय कोविड पॉजिटिव है।
वहीं नीरज बिश्नोई इस मामले में गिरफ्तार होने वाला चौथा आरोपी है। असम के जोरहाट का रहने वाला नीरज बिश्नोई वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भोपाल में बीटेक (कंप्यूटर साइंस) का सेकेंड ईयर स्टूडेंट है। नीरज को दिल्ली पुलिस के द्वारा असम से गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि बुल्ली बाई मोबाइल ऐप्लिकेशन पर 'नीलामी' के लिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं का नाम डाला गया था और बिना अनुमति के उनकी तस्वीरें लगाई गई थीं। तस्वीरों से छेड़छाड़ भी की गई थी। यह ऐप 'सुली डील' की तरह है, जिससे पिछले साल इसी तरह का विवाद पैदा हुआ था।