मोदी सरकार के आम बजट से आंध्र प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) बेहद नाराज है। उसने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। दरअसल, टीडीपी का कहना है इस बजट में आंध्र प्रदेश की उपेक्षा की गई है और अपेक्षित बजट नहीं दिया गया है। इस मामले को लेकर टीडीपी अध्यक्ष और सूबे के मुखिया एन. चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार (2 फरवरी) को पार्टी की आपात बैठक बुलाई है।
सीएम नायडू ने सांसदों को बताया है कि प्रदेश के साथ न्याय नहीं हुआ है। इसके जवाब में एनडीए का साथ छोड़कर दिया जा सकता है, लेकिन अभी बजट सत्र तक इंतजार करेंगे।
टीडीपी सांसद टीजी वेंकटेशन ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी के पास तीन विकल्प हैं, जिनमें पहला बीजेपी के साथ रहने की कोशिश और संघर्ष करते रहना, दूसरा टीडीपी के सभी सांसद इस्तीफा दे दें और तीसरा बीजेपी से गठबंधन तोड़ लेना। उन्होंने आगे कहा कि रविवार (चार फरवरी) को टीडीपी सांसद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू से इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
इसके अलावा टीडीपी नेता और नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री वाईएस चौधरी का कहना है कि चंद्रबाबू नायडू अरुण जेटली द्वारा गुरुवार (1 फरवरी) को पेश किए गये बजट 2018 से "बहुत निराश" हैं। बजट 2018 में आंध्र प्रदेश के पोलावरम प्रोजेक्ट और राजधानी अमरावती के लिए धन का आवंटन नहीं किया गया है।
मंत्री चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी अपने हिस्से के लिए संघर्ष करेगी। चौधरी पिछले हफ्ते चौधरी मांगे पूरी न होने पर बीजेपी से गठबंधन तोड़ने की भी बात कह चुके हैं।