BSF Soldier: भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात बीएसएफ जवान को पाकिस्तान ने अपनी गिरफ्त से आजाद कर दिया है। करीब 21 दिन तक अपने पास रखने के बाद आखिरकार पाकिस्तान ने जवान पूर्णम कुमार शॉ को आज अटारी में चेक पोस्ट पर भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया गया।
मालूम हो कि 23 अप्रैल को पूर्णम कुमार गलती है पाकिस्तान की सीमा में दाखिल हो गए थे जिसके बाद उन्हें पाक सेना ने पकड़ लिया था।
सीमा सुरक्षा बल ने एक बयान में कहा, "आज बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ, जो 23 अप्रैल 2025 से पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में था, को संयुक्त चेक पोस्ट अटारी, अमृतसर के माध्यम से लगभग 1030 बजे भारत को सौंप दिया गया। यह हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार किया गया।"
पंजाब के फिरोजपुर में तैनात 40 वर्षीय बीएसएफ जवान 23 अप्रैल को अनजाने में सीमा पार कर गया था, जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले के एक दिन बाद जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे। आतंकी हमले के कारण सीमा पर तनाव बढ़ गया था।
बीएसएफ को जम्मू-कश्मीर से गुजरात तक 3,323 किलोमीटर लंबी भारत-पाकिस्तान सीमा की सुरक्षा का काम सौंपा गया है। गश्त के दौरान बीएसएफ कर्मियों द्वारा गलती से सीमा पार कर जाने की घटनाएं आम हैं और आमतौर पर फ्लैग मीटिंग के जरिए इन्हें सुलझाया जाता है।
अधिकारियों ने कहा कि सीमा पर तनाव के कारण पाकिस्तान शॉ की रिहाई के लिए इस तरह की बैठक के अनुरोधों का जवाब नहीं दे रहा है। एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "पहलगाम हमले के बाद चल रहे तनाव के कारण पाकिस्तान जवाब नहीं दे रहा है, लेकिन हमने पाक रेंजर्स के समक्ष अपना विरोध दर्ज कराया है और जवान को वापस लाने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं।"