नई दिल्ली: भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। कुल 24 हमले नौ स्थानों पर किए गए। इन स्थानों में आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) प्रमुख का मुख्यालय भी शामिल था, जिसे पाकिस्तान के बहावलपुर में मरकज सुभान अल्लाह के नाम से जाना जाता है।
अजहर के 10 परिवार के सदस्य, जिनमें उसकी बड़ी बहन और बहनोई भी शामिल हैं, सटीक हमलों में मारे गए। उल्लेखनीय है कि भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने मरकज सुभान अल्लाह पर हमला किया था। नष्ट हुए जैश मुख्यालय के दृश्य भी ऑनलाइन सामने आए। नेटिज़ेंस द्वारा व्यापक रूप से साझा किए गए वीडियो में, हमले से पहले और बाद में जैश मुख्यालय की स्थिति देखी जा सकती है। पूरी इमारत मलबे में तब्दील हो गई थी।
वीडियो साझा करते हुए, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद तेजस्वी सूर्या ने 'ऑपरेशन सिन्दूर' के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। सूर्या ने अपने एक्स पोस्ट में कहा, "पाकिस्तान के बहावलपुर में स्थित मरकज सुभान अल्लाह, वह आतंक का कारखाना जिसने भारत के खिलाफ पुलवामा और अन्य हमलों की साजिश रची थी, अब खंडहर में तब्दील हो चुका है। #ऑपरेशन सिंदूर ने जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशनल हेडक्वार्टर को नष्ट करके आतंक के केंद्र पर सटीक प्रहार किया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का संदेश स्पष्ट है। भारत आतंकवाद को उसी भाषा में जवाब देता है जो उसे समझ में आती है। भारतीय सशस्त्र बलों को बधाई!"
भारतीय सशस्त्र बलों ने समन्वित अभियान में विशेष परिशुद्धता वाले हथियारों का प्रयोग करते हुए नौ आतंकवादी ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमला किया, जिनमें बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट सहित पाकिस्तान में चार तथा पाक अधिकृत कश्मीर में पांच आतंकवादी ठिकाने शामिल थे।
बुधवार सुबह सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर पर मीडिया को संबोधित किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह शामिल हुए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों के लिए पनाहगाह बना हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत ने सीमा पार हमलों का जवाब देने, उन्हें रोकने और उनका विरोध करने के अपने अधिकार का इस्तेमाल किया।
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान भारत ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकवादी शिविरों का विवरण भी जारी किया, जिन्हें 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान निशाना बनाया गया था।
नई दिल्ली ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया तथा नागरिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ।