हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम के गढ़ माने जाने वाले हैदराबाद में रामनवमी का पर्व बिना किसी सांप्रदायिक झड़प के शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया।
लेकिन रामनवमी के जुलूस में गोशामहल से भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड विधायक टी राजा सिंह ने एक धर्म विशेष के बारे में आपत्तिजनक भाषण दिया गया और विवादास्पद गीत भी गाया गया।
भाजपा विधायक टी राजा सिंह द्वारा हिंदू वर्चस्व की स्थापना के नारे लगाये गये और इस दौरान कार्यक्रम में बजाए गये गीत के बोल भी सांप्रदायिकता भरे थे। गीत के उत्तेजक लाइनों के जरिये लोगों से हिंदू गर्व की बात की गई थी और दूसरे समुदाय के खिलाफ चेतावनी की बात भी कही गई थी।
जानकारी के मुताबिक विधायक राजा ने हैदराबाद के सीतारामबाग में जुलूस का नेतृत्व किया। उससे पहले भाजपा विधायक ने रानी अवंति बाई हॉल में भगवान राम की पूजा की और शोभा यात्रा की शुरुआत की। रामनवमी जुलूस में हजारों की संख्या में भक्त शामिल हुए जो तेज आवाज में उत्तेजक गीत को बजाते हुए नाच-गा रहे थे।
राजा सिंह ने जिस गीत को गाया। उसमें कहा गया था कि देश के हर कोने में जल्द ही भगवा झंडा लहरायेगा। इसके अलावा गीत में यह भी कहा गया था कि काशी और मथुरा में भगवा झंडा फहराया जाएगा। राजा सिंह ने अपने गीत में यह भी कहा, "जो राम का नाम न ले, उसे भारत से भगाना है।"
सोशल मीडिया पर शेयर हुए इस विवादित गीत के बारे में लोग मांग कर रहे हैं कि हैदराबाद पुलिस मामले में संज्ञान लेते हुए उचित एक्शन ले।
एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस संबंध में मांग की है कि हैदराबाद पुलिस राजा सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे। ओवैसी ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए कई जगहों का नाम लिया और हिंदू धर्म गुरुओं द्वारा कथित तौर पर मुसलमानों के खिलाफ किए गए नरसंहार और रेप के आह्वान के बारे में बताया गया है।
वहीं इस मामले में हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर सीवी आनंद ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार करते हुए दावा किया कि पुलिस ने सांप्रदायिक विरोध की आशंका के मद्देनजर काफी कड़ी तैयारी की थी कि रामनवमी शोभा यात्रा जुलूस हैदराबाद में शांतिपूर्ण तरीके से निकले।
इस संबंध में बात करते हुए पुलिस कमिश्नर ने कहा कि जुलूस यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए 7,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। आनंद ने कहा, “रामनवमी जुलूस आयोजकों, पुलिस प्रशासन और आम नागरिकों के सहयोग से यह शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया।”