पटनाः कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर हमला किया। इस बीच नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान पर भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "राहुल गांधी संविधान समझते हैं? सुप्रीम कोर्ट गए ना? सुप्रीम कोर्ट ने दिशा निर्देश दिया ना? कोई रोक लगाई क्या? ना कानून समझते हैं ना सुप्रीम कोर्ट के आदेश को समझते हैं, खाली संविधान संविधान किए रहते हैं। राहुल गांधी को वोट नहीं मिलता तो हम क्या करें? जिस तरह की वे बदजुबानी करते हैं, जिस तरह से प्रधानमंत्री और विपक्ष पर हमले करते हैं ये देश उनको कभी वोट नहीं देगा।"
वायनाड में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लगाए गए आरोपों पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "यह एक संगठित प्रयास है। यह बहुत स्पष्ट है कि चुनाव आयोग इस प्रयास में शामिल है। राहुल गांधी ने बहुत स्पष्ट रूप से इसका पर्दाफाश किया है..." राजनांदगांव में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, "कई बार वोट चोरी का प्रमाण हम दे चुके हैं। बार-बार हम सबूत दें और चुनाव आयोग जांच भी न कराए ये अजीब लगता है। कमियों को सुधारा जाए। मतदाता सूची उपलब्ध कराई जानी चाहिए। कर्नाटक में जो हुआ उस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
ये सब देखकर लोगों के मन में भ्रांतियां फैल रही हैं कि संवैधानिक संस्थाओं को जनबूझकर कमजोर किया जा रहा है। देशभर में हम वोट चोरी के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। लोगों को जागरूक कर रहे हैं।" राहुल गांधी ने कहा, "हमें चुनाव आयोग के अंदर से मदद मिलनी शुरू हो गई है। मैं स्पष्ट कर रहा हूं कि अब हमें चुनाव आयोग के अंदर से जानकारी मिल रही है, और यह रुकने वाला नहीं है..."
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "...मैं ज्ञानेश कुमार पर इतना सीधा आरोप क्यों लगा रहा हूं। कर्नाटक में इस मामले की जांच चल रही है। कर्नाटक की CID ने चुनाव आयोग को 18 महीनों में 18 पत्र भेजे हैं, और उन्होंने चुनाव आयोग से कुछ बहुत ही सरल तथ्य मांगे हैं। पहला, हमें वह डेस्टिनेशन IP बताएं जहां से ये फ़ॉर्म भरे गए थे।
दूसरा, हमें वह डिवाइस डेस्टिनेशन पोर्ट बताएं जहां से ये आवेदन दाखिल किए गए थे। और तीसरा, सबसे महत्वपूर्ण, हमें OTP ट्रेल्स बताएं क्योंकि जब आप आवेदन दाखिल करते हैं, तो आपको OTP प्राप्त करना होता है। 18 महीनों में 18 बार, कर्नाटक की CID ने इसके लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा है, और वे इसे नहीं दे रहे हैं। वे इसे क्यों नहीं दे रहे हैं? क्योंकि इससे हमें पता चल जाएगा कि ऑपरेशन कहां किया जा रहा है...."