बिहार पोस्टर वॉर: बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव को पत्र लिखकर दी ये नसीहत, भेजा मनोहर-पोथी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 5, 2020 07:12 PM2020-01-05T19:12:34+5:302020-01-05T19:12:34+5:30
पत्र में नीरज कुमार ने लिखा है कि राजनैतिक विरोधी रहने के बावजूद सलाह देना धर्म होता है. राजनैतिक ज्ञान से पहले साक्षर या अक्षर ज्ञान का होना जरूरी है. इसे लेकर पुस्तक भेज रहा हूं. इस पत्र में मंत्री नीरज कुमार ने तेजस्वी से कहा है कि वे अपने कार्यकर्ताओं को शाब्दिक ज्ञान सिखाने के लिए अपने वेतन से शिक्षक नियुक्त करें.
बिहार में इन दिनों राजनीतिक दलों के बीच पोस्टर वार चल रहा है. जदयू और राजद एक दूसरे पर पोस्टर जारी कर हमला कर रही हैं. इसी बीच जदयू नेता और बिहार सरकार में मंत्री नीरज सिंह ने विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को पढ़ाई करने की सलाह देते हुए एक चिट्टी लिखी है. चिट्टी के साथ ही उन्होंने तेजस्वी के लिए आदर्श मनोहर पोथी और ऑल इन वन नामक एक पुस्तक भेजी है. तेजस्वी से उन्होंने कहा है कि कार्यकर्ताओं को साक्षर करने की शुरुआत मनोहर पोथी के पृष्ठ संख्या 25 पर लिखे प्रार्थना हे प्रभु आनंद दाता से करें.
पत्र में नीरज कुमार ने लिखा है कि राजनैतिक विरोधी रहने के बावजूद सलाह देना धर्म होता है. राजनैतिक ज्ञान से पहले साक्षर या अक्षर ज्ञान का होना जरूरी है. इसे लेकर पुस्तक भेज रहा हूं. इस पत्र में मंत्री नीरज कुमार ने तेजस्वी से कहा है कि वे अपने कार्यकर्ताओं को शाब्दिक ज्ञान सिखाने के लिए अपने वेतन से शिक्षक नियुक्त करें. साथ ही पोस्टर बनाने में लगे हुए कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करवायें.
उन्होंने कहा कि राजद ने 3 जनवरी को जो आधिकारिक पोस्टर जारी किया उसमें शाब्दिक त्रुटियां थी. उसका अवलोकन बिहार की जनता ने भी किया और तमाम साथियों ने किया. इसलिए आज तेजस्वी यादव जो नेता प्रतिपक्ष हैं, उनके नाम एक पत्र जारी कर रहा हूं. नीरज सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव को आदर्श मनोहर पोथी और ऑल इन वन भेज रहा हूं. यह इसलिए कि राजनैतिक ज्ञान से पहले शाब्दिक ज्ञान होना चाहिए. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को सलाह है कि चरवाहा विद्यालय से अनुभव प्राप्त शिक्षक से कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित नहीं करवाएं. उन्होंने नागरिकता कानून पर पिछले महीने हुए राजद के प्रदर्शन पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि राजद एक ऐसी राजनैतिक पार्टी है जिसे शाब्दिक ज्ञान नहीं है, वो राजनैतिक प्रवचन देंगे. इनको तो पहले यह बताना चाहिए कि सीएए है क्या? उसको जरा पढ लें. लालू प्रसाद यादव के ''साल 2020, हटाओ नीतीश'' के ट्वीट पर नीरज सिंह ने कहा कि ''कौन व्यक्ति ट्वीट कर रहे हैं. सजायाफ्ता कैदी न. 3351, जिनको चुनाव लडने की योग्यता ही नहीं है. न्यायिक रूप से कुपात्र उनको मान लिया गया और वो बिहार की राजनीति में ट्वीट कर रहे हैं.'' नीरज ने कहा कि हम तो कहते हैं कि आप खुद चुनाव लड नहीं सकते तो आपको आलोचना की पात्रता कहां है. जिसको पात्रता नहीं है वो सलाह दे रहे हैं. आपकी सलाह आपको खुद मुबारक.
यहां उल्लेखनीय है कि इन दिनों बिहार में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच पोस्टर वार चल रहा है. जदयू की ओर से पिछले दिनों 15 साल राजद शासन बनाम 15 साल एनडीए सरकार का पोस्टर लगाया गया था. इसमें राजद के 15 साल के शासन के दौरान हुए अपराध समेत अन्य कार्यों को दिखाया गया था. वहीं इसके जवाब में राजद की ओर से भी पोस्टर लगाया गया. उसमें नीति आयोग की रिपोर्ट का जिक्र कर नीतीश सरकार पर निशाना साधा गया था. इस पोस्टर में जो बातें लिखी गई थीं, उनमें कई शाब्दिक गडबडियां थी. मंत्री नीरज कुमार ने उन्हीं गलतियों का जिक्र करते हुए तेजस्वी यादव को यह पत्र और पुस्तकें भेजी हैं.