पटनाः दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शामिल नहीं होने पर सियासत गर्मा गई है। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नहीं जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि नीतीश कुमार जी हमारे साथ आने वाले हैं तो कहां से जाएंगे वहां पर? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार महागठबंधन में शामिल होना चाहते हैं, वह हमारे साथ आने वाले हैं। इसलिए वह दिल्ली नहीं गए। हालांकि भाई वीरेंद्र का यह बयान तेजस्वी यादव के रुख से बिलकुल अलग है. बता दें कि तेजस्वी यादव पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि अब वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने साथ नहीं लेंगे। ऐसे में भाई वीरेंद्र का ऐसा बयान आने पर राजद के अंदर खलबली मचा दी है।
भाई वीरेंद्र के बयान से यह साफ झलकता है कि पार्टी के कुछ नेता अब भी नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल करने के पक्ष में हैं। हालांकि यह स्थिति राजद के लिए असहज करने वाला है। उधर, भाजपा ने इस पर जोरदार पलटवार करते हुए भाई वीरेंद्र को मसखरा बता दिया है।
भाजपा प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि राजद के लोगों को पता है कि नीतीश कुमार के बिना उनका सत्ता में आना असंभव है, इसलिए वो ऐसे बयान देते रहते हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए पूरी तरह से एकजुट है। बता दें कि जनवरी माह में भाई वीरेंद्र ने कहा था कि राजनीति में कोई स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता है। नीतीश कुमार आना चाहते हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा।
जिसके बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी नीतीश कुमार को महागठबंधन में आने का ऑफर दिया था। उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार अगर भाजपा को छोड़कर इधर आते हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा। सब लोग उनके साथ मिलकर काम करेंगे। हालांकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू यादव के ऑफर को सिरे से ठुकरा दिया था और साफ कहा था कि वह दो बार गलती कर चुके हैं अब नहीं करेंगे।