पटनाः बिहार में जारी "पलाटासन" राजनीति की चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार से अपने दूसरे चरण के प्रगति यात्रा की शुरुआत कर दी है। दूसरे चरण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गोपालगंज का दौरा किया। लेकिन घने कोहरे और धुंध के कारण आसमान साफ नहीं होने की वजह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हेलीकॉप्टर से यात्रा नहीं कर सके। उन्हें सड़क मार्ग से गोपालगंज के लिए रवाना होना पड़ा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के क्रम में गोपालगंज वासियों को 1.39 अरब रुपये की योजनाओं की सौगात दिया। उन्होंने कुल 61 योजनाओं का उद्घाटन किया।
मुख्य रूप से वह सिधवलिया में 21 करोड़ 60 लाख की लागत से बने आइटीआइ भवन का उद्घाटन किया। वहीं रिमोट कंट्रोल से जिले की 61 अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन किया। कई नवनिर्मित पंचायत सरकार भवन का भी उद्घाटन भी किया। जिले के अलग-अलग गांवों में तालाब, स्वास्थ्य केंद्र, स्कूल तथा अन्य भवनों के जीर्णोद्धार का भी उद्घाटन हुआ।
सिधवलिया प्रखंड के करसघाट पकड़ी टोला में अलग-अलग योजनाओं के तहत 63 लाख की लागत से हुए 13 कार्यों का उद्घाटन हुआ। इसमें पोखरा, पशु शेड, बत्तख शेड, बकरी शेड, रनिंग ट्रैक, चिल्ड्रेन पार्क, पुस्तकालय, स्ट्रीट लाइट, आंगनबाड़ी केंद्र आदि शामिल हैं। प्रगति यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत गोपालगंज से हुई।
अब पांच जनवरी को मुख्यमंत्री मुजफ्फरपुर जाएंगे। जबकि छह जनवरी को वैशाली, सात जनवरी को सीवान, आठ जनवरी को सारण, 11 जनवरी को दरभंगा, 12 जनवरी को मधुबनी और 13 जनवरी को समस्तीपुर में प्रगति यात्रा होगा।उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुला ऑफर दिया था।
इसके बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दूसरे फेज की यात्रा की शुरुआत कर यह स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल वह एनडीए को लेकर किसी संशय में नहीं हैं। नीतीश कुमार की इस यात्रा के बाद 15 जनवरी से एनडीए के सभी पांचों दलों की सामूहिक यात्रा की भी शुरुआत होने वाली है।