Bihar Politics News: राजद के विधान पार्षद रामबली सिंह चंद्रवंशी की सदस्यता क्या समाप्त होगी?, विधान परिषद के सभापति को लिखा पत्र
By एस पी सिन्हा | Published: December 28, 2023 05:25 PM2023-12-28T17:25:10+5:302023-12-28T17:26:29+5:30
Bihar Politics News: राजद विधान पार्षद प्रो. रामबली चंद्रवंशी ने लालू यादव से लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोला था।
Bihar Politics News: राजद के विधान पार्षद प्रो. रामबली सिंह चंद्रवंशी की सदस्यता क्या समाप्त होगी? चर्चा है कि अति पिछड़ा समाज से आने वाले विधान पार्षद प्रो. रामबली सिंह चंद्रवंशी की सदस्यता समाप्त करने के लिए राजद के द्वारा विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को पत्र दिया सौंपा गया है।
हालांकि विधान परिषद कार्यालय से विधान पार्षद को अभी तक नोटिस जारी नहीं किया गया है। बता दें कि प्रो. रामबली सिंह चंद्रवंशी ने लालू प्रसाद को अतिपिछड़ा विरोधी बताया था। साथ ही जाति गणना पर भी वह लगातर सवाल उठा रहे हैं। राजद के द्वारा विधानपरिषद सचिवायलय को सौंपे गए पत्र में प्रो. रामबली सिंह चंद्रवंशी पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप लगाया गया है।
जानकारी के अनुसार 10 दिन पहले ही रामबली चंद्रवंशी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया गया है। विधान परिषद सूत्रों ने भी इसकी पुष्टि की है। वहीं राजद विधान पार्षद प्रो.रामबली चंद्रवंशी ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि नेतृत्व ने मेरे खिलाफ विधान परिषद सभापति को पत्र दिया है। हालांकि हमें कोई नोटिस नहीं मिला है। लिहाजा विस्तृत जानकारी नहीं है।
जब हमें नोटिस मिलेगा तो हम जवाब देंगे। लेकिन मौखिक तौर हमें इसकी जानकारी है। उन्होंने कहा कि हम जिस समाज से आते हैं, उसकी आवाज उठा रहे। शायद यही बात नेतृत्व को अच्छा नहीं लग रहा। इसके बाद भी वे अति पिछड़े वर्ग की बात को उठाते रहेंगे। रामबली चंद्रवंशी विधान सभा कोटे से विधान पार्षद बने हैं।
इनका कार्यकाल 28 जून 2026 तक है। उल्लेखनीय है कि चार दिन पहले ही राजद विधान पार्षद प्रो. रामबली चंद्रवंशी ने लालू यादव से लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोला था। औरंगाबाद में एक कार्यक्रम में उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार अति पिछड़ा वोट बैंक के जरिए पिछले 18 सालों से बिहार के सियासत और उसके सिरमौर बने हुए हैं।
अति पिछड़ों का गला काटने का काम किया है। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री व राजद प्रमुख लालू प्रसाद को भी अतिपिछड़ा समाज का सबसे बड़ा विरोधी बता दिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि जब इस मुद्दे को लेकर वह लालू प्रसाद यादव के पास गए तो उनकी हिम्मत नहीं हुई कि वे नीतीश कुमार से बात करें।