Bihar Politics News: बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद भी सियासी 'खेला' जारी है। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और राजद को बड़ा झटका लगा है। महागठबंधन के तीन विधायकों ने अपना पाला बदल लिया। ऐसे में जन विश्वास यात्रा पर निकले पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पार्टी राजद के महागठबंधन की मजबूती के दावे की हवा निकलती दिख रही है। कांग्रेस के दो और राजद के एक विधायक ने पाला बदलते हुए भाजपा के साथ आ गये हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी तीनों विधायकों को साथ लेकर विधानसभा पहुंचे थे। दरअसल, मंगलवार को बिहार विधानसभा में सदन की दूसरी पाली में विधायी गतिविधियां जारी थीं। इसी बीच करीब 4:00 बजे कांग्रेस के विक्रम विधायक सिद्धार्थ सौरव, चेनारी विधायक मुरारी गौतम के साथ ही राजद की मोहनिया विधायक संगीता देवी सत्ता पक्ष में आकर बैठ गई। उनके इस निर्णय के बाद ट्रेजरी बेंच पर मौजूद विधानसभा के तमाम सदस्यों ने मेज थपथपाकर स्वागत किया।
बताया जाता है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और पूर्व मंत्री मंगल पांडेय ने इन तीनों विधायकों को भाजपा में शामिल कराया। बता दें कि इससे पहले नीतीश सरकार के विश्वासमत के दौरान राजद के तीन विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्वाद यादव पाला बदल चुके हैं। राजद का छोड़ने वाले ये तीनों विधायक जदयू खेमे में चले गये थे।
आज एक बार फिर राजद और कांग्रेस के विधायकों के पाला बदल लिए जाने के साथ ही बिहार की राजनीति में एक बार फिर से भूचाल आ गया है। उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार के विश्वासमत से पहले कांग्रेस विधायकों को हैदराबाद भेज दिया गया था। जिसमें तीन विधायक हैदराबाद नहीं गये थे।
बता दें महागठबंधन टूटने के बाद से बिहार की राजनीति में उथल-पुथल जारी रही थी। कयास लग रहे थे कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव बड़ा खेल करेंगे और सत्ता पक्ष के कुछ विधायकों को अपने पाले में मिलाकर सरकार बनाने में सफल होंगे। परंतु इसका उल्टा हुआ। जबकि कांग्रेस शुरू से दावा कर रही थी कि उसके सभी विधायक पूरी तरह एकजुट हैं, उसे भी बड़ा झटका लगा है।