Bihar Politics News: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के समर्थन में एक बयान देकर सियासी गलियारे में सनसनी फैला दी है। आरसीपी सिंह के इस बयान के बाद कयासों का बाजार गर्म हो गया है। दरअसल, जन सुराज के संस्थापक व चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के द्वारा बार-बार तेजस्वी यादव को नौंवी फेल कहा जा रहा है। इसपर ही आरसीपी सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कोई नेता, किसी भी दल का हो, चाहे प्रधानमंत्री की बात करते हों, मुख्यमंत्री की बात करते हैं, उनकी योग्यता पर आप क्या चैलेंज कर रहे हैं?
आरसीपी सिंह ने कहा कि उस व्यक्ति को जनता ने चुना है। जनता ने जब चुनकर भेजा है तो प्रधानमंत्री बने हैं। जनता ने तेजस्वी यादव को वोट दिया तो उप-मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने कहा कि इस तरह की हल्की बात नहीं करनी चाहिए कि कोई नौवीं फेल है या कोई पोस्ट ग्रेजुएट है। आप जब सामाजिक जीवन में हैं तो जनता आपसे क्या अपेक्षा करती है? राजनीति सेवानीति है।
आप जनता की कितनी सेवा कर रहे हो वो महत्वपूर्ण है। आरसीपी सिंह ने कहा कि पता चला कि आप पीएचडी किए हैं, डॉक्टरेट हैं। लेकिन जनता से कोई लगाव नहीं है। तो क्या कहेगा कि ये डॉक्टरेट हैं तो बड़े अच्छे राजनीतिज्ञ हैं, या बड़े अच्छे लोकसेवक हैं? उन्होंने कहा कि जनता के प्रति आपका समर्पण कितना है, ये पता चलता है चुनाव के समय।
अगर जनता ने वोट दे दिया, वो एमपी, एमएलए बन गए तो वो आगे मंत्री, मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बन गए। फिर आप उनकी शैक्षणिक योग्यता पर क्या सवाल उठा रहे हैं? उल्लेखनीय है कि मोदी 2.0 में कैबिनेट मंत्री रहे आरसीपी सिंह भाजपा में शामिल होने से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी नौकरशाह रहे हैं। आरसीपी सिंह आईएएस अधिकारी रहे हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव की भी जिम्मेवारी संभाल चुके हैं। नीतीश कुमार ने उन्हें जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाया था।
लेकिन नीतीश कुमार से खटपट होने के बाद बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद से आरसीपी सिंह बिहार की सियासत में हाशिए पर चले गए हैं। ऐसे में उनके द्वारा तेजस्वी यादव के समर्थन में बयान देना सूबे की सियासत में कयासों के बाजार को गर्म करने वाला है।