पटनाः अपराध पर लगाम लगाने के लिए बिहार पुलिस ने आपराधिक गतिविधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति लागू करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने बताया कि पुलिस बल का ध्यान न केवल अपराधियों की गिरफ्तारी पर है, अर्थात उनकी कमर को तोड़ देना है। उन्होंने बताया कि बिहार में संगठित अपराध और नक्सल गतिविधियों पर शिकंजा कसने के लिए राज्य पुलिस और एसटीएफ ने सख्त कदम उठाए हैं। कुंदन कृष्णन ने बताया कि एसटीएफ ने 3,000 नक्सलियों और 4,000 कुख्यात अपराधियों की पूरी जानकारी जुटाकर उनका डोज़ियर तैयार किया है।
बिहार में अभी तक 199 अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है। जिन पर 25 हजार रुपये से लेकर 3 लाख रुपये तक के इनाम रखे गए थे। उन्होंने बताया कि 4 अपराधी अभी भी ऐसे फरार हैं, जिन पर 3 लाख रुपये का इनाम घोषित है। इनका नाम क्रमश: ग्यानेश्वर यादव, भूमि पासी, मनीष कुमार और प्रताप राणा शामिल हैं।
उसी तरह 2 लाख रुपये के चार अपराधियों की तलाश है। इनमें मो.मुन्ना, बुटन चौधरी-भोजपुर, सुभाष झा(समस्तीपुर) और करमवीर(वैशाली) शामिल है। जबकि एक लाख के इनाम घोषित फरार घोषित तीन अपराधियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित है। इनमे किशन यादव(मधुबनी), सिपुल महतो( औंटा-पटना) और राजा साव(विदुपुर-वैशाली) शामिल हैं।
इसके अलावे 25 हजार से लेकर 50 हजार अपराधियों के सूची लंबी है। उन्होंने बताया कि इनकी गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और इन्हें जल्द ही सालाखों के भीतर डाल दिया जाएगा। एडीजी कुंदन कृष्णन ने कहा कि संगठित अपराधियों और नक्सलियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए हाई-सिक्योरिटी जेल की जरूरत है।
इस संबंध में बिहार सरकार ने केंद्र को दो संभावित स्थानों का प्रस्ताव भेजा है। यह जेल सुनसान इलाके में बनाई जाएगी ताकि अपराधियों के बाहरी नेटवर्क से संपर्क को पूरी तरह खत्म किया जा सके। उन्होंने बताया कि एसटीएफ के रडार पर इस समय वैशाली का कुख्यात अपराधी प्रिंस है, जो जेल से फरार है। कुंदन कृष्णन ने कहा कि उसे हर हाल में गिरफ्तार किया जाएगा, चाहे इसमें कितना भी वक्त लगे।
इसके अलावा, बेउर जेल से भागने में मदद करने वाले अपराधियों की भी पहचान हो रही है। जेल से बाहर रहकर अपराध को अंजाम देने वाले तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। कुंदन कृष्णन ने दो टूक शब्दों में कहा कि बिहार पुलिस अपराधियों के खिलाफ बिना किसी दबाव के सख्त कार्रवाई करेगी।
जेल में बैठकर अपराध चलाने वाले, संगठित गिरोहों को संरक्षण देने वाले और अपराधियों की मदद करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो अपराध करेगा, उसका अंजाम बुरा होगा। अब कानून से बचना नामुमकिन है। उन्होंने अपराधियों को सीधे चेतावनी देते हुए कहा है कि जेल से खेल नहीं चलेगा।
उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था होगी कि पुलिस के आगे अपराधी पनाह मांगेंगे। कुंदन कृष्णन ने कहा कि कुख्यात अपराधियों, शराब माफियाओं और साइबर अपराध से अर्जित की गई अपराधियों की संपत्ति को जब्त किया जाएगा।