पटनाः बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आर. के. महाजन को राज्य में बीपीएससी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज इशारों ही इशारों में यह संकेत दे दिया है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग की तरफ से आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में ही ऐलान कर दिया कि विभाग के अपर मुख्य सचिव को कुछ दिनों बाद ही एक बड़ी जिम्मेदारी मिलने वाली है. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने काफी अच्छा काम किए हैं. वे अगस्त के अंत रिटायर हो रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि रिटायरमेंट के बाद हम इनसे आगे भी काम लेने वाले हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 3304 पंचायतों में हाईस्कूल की शुरुआत किया. उन्होंने कक्षा नवम् का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लि. द्वारा पटना में नवनिर्मित विभिन्न भवनों का उद्घाटन किया.
जानकार बताते हैं कि आर.के. महाजन को बीपीएससी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है. ऐसा इसलिए क्यों कि वर्तमान में बीपीएससी अध्यक्ष का पद खाली है और वर्तमान में प्रभार से काम चलाया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि पहले दलित-अल्पसंख्यक समाज के बच्चे स्कूल नहीं जाते थे. हमें जब काम करने का अवसर मिला तो सर्वे कराया और तब इस समाज के बच्चों को पढ़ाई के लिए कई तरह के काम किए.
सभी बच्चों को स्कूल पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है. अब तो अक्षर आंचल योजना के माध्यम से हर किसी को साक्षर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग हमें आलोचना करते रहते हैं. जब हमने लडकियों के स्कूल जाने के लिए साइकिल दी तो हमें निशाना बनाया जाने लगा. लेकिन आज देखिए क्या बदलाव हुए हैं. हमनें महिलाओं के मनोबल बढाने के लिए काफी काम किए हैं.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि आज जिन पंचायतों में हाईस्कूल की शुरूआत हो रही है वहां पर नामांकन ले लीजिए और बाकि स्कूलों में जैसे पढ़ाई की व्यवस्था करिए. उन्होंने कहा कि शिक्षकों के लिए हम कर ही रहे हैं. हम तो पहले ही कह चुके हैं कि हम हीं आपके लिए करेंगे. हमने 15 अगस्त के दिन जो ऐलान किया था उसे लागू कर दिया.
बिहार में शिक्षकों की सेवा शर्त को लागू कर दिया गया है. नियोजित शिक्षकों को ईपीएफ स्कीम से जोड़ दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी इच्छा तो थी कि शिक्षकों के वेतन को बढ़ायें, लेकिन कोरोना संकट की वजह से थोड़ी परेशानी हुई है. लेकिन 1 अप्रैल 2021से वेतन वृद्धि हो जाएगी.
इस पर सरकार के 2765 करोड रूपये खर्च होंगे. शिक्षकों को 20 फीसदी से अधिक का फायदा होगा. हम लोगों ने तो नहीं कहा कि ये शिक्षक नियोजित हैं, हम तो कहते हैं ये नियोजित नहीं बल्कि सिर्फ शिक्षक हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि ये लोग पता नहीं कहां से चलाते रहता है कि नियोजित शिक्षक हैं, हमारा तो एक ही अनुरोध है कि बच्चों को पढ़ाइए.