पटना: बिहार में भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल के अल्पसंख्यकों के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर आज विपक्षी विधायकों ने विधानसभा से राजभवन तक मार्च किया। विपक्ष ने राज्यपाल से भी यही आग्रह किया गया है। इससे पहले विधानसभा में बचौल की सदस्यता रद्द कराने की मांग को लेकर विपक्ष के सदस्यों ने खूब हंगामा किया।
वहीं, सदन की कार्यवाही के पूर्व ही भाकपा-माले के सदस्यों ने विधान मंडल के बाहर प्रदर्शन किया। आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक के बयान को भारतीय संविधान पर हमला बताते हुए राजद, भाकपा-माले, भाकपा, कांग्रेस के कई विधायक वेल में पहुंच गए और तख्तियों के संग प्रदर्शन करने लगे।
शोर-शराबे में ही दो सवाल पूछे गए और सरकार के जवाब भी हुए, लेकिन विपक्षी सदस्यों ने मेज पीटकर तथा नारेबाजी करते हुए अपना प्रदर्शन जारी रखा। वहीं, हंगामे के बाद विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने अपने बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल ईमान के बयान पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कुछ बातें कहीं थी।
उन्होंने कहा कि अब्दुल कलाम, हमीद, अस्फाक़ उल्लाह खान जैसे लोगों के लिए कुछ नहीं कहा था। मेरी नाराजगी ऐसे मुसलमानों से है जो खाते हैं, इस देश का और गुण गाते हैं दूसरे देश का, जिन्हें वंदे मातरम गाने से भी परहेज है, उनके वोटिंग राइट छीने जाने की बात मैंने की थी।
वहीं इसे लेकर कार्यमंत्रणा समिति की बैठक भी हुई, हालांकि सरकार की ओर से बचौल पर कुछ भी नहीं कहा गया। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने बचौल की सदस्यता रद्द करने की मांग की है। विपक्ष के विधायकों का कहना है कि संविधान खतरे में है।
गैरसंवैधानिक रूप से एक विधायक की ओर से जो टिप्पणी की गई है, वह संविधान की भावना के खिलाफ है। सदन की गरिमा और विधानसभा का अपमान है क्योंकि उन्होंने सदन में समुदाय विशेष के खिलाफ बयान दिया। उन्होंने कहा कि हम अब राज्यपाल से भाजपा विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मिलेंगे।
इसे लेकर विपक्ष के सदस्य काफी हंगामा करते रहे। विधानसभा में विपक्ष ने भाजपा विधायक के बयान पर बहस करने की मांग की। इस पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि ये अच्छी बात है कि सभी की संविधान पर आस्था है।
उन्होंने कहा कि इस धरती पर जिसने जन्म लिया है चाहे वो किसी जाति, धर्म का हो, उसका समान अधिकार है। इस तरह से सदन में बचौल के बयान को लेकर हंगामा होता रहा, वहीं सदन के बाहर बचौल ने फिर से मुसलमानों को लेकर अपना मत प्रकट किया।
उन्होंने कहा कि हम पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम जैसे मुस्लिम को पूजनीय मानते हैं, लेकिन, जो खाते हैं इस देश का और गाते हैं किसी और देश का हमने वैसे लोगों के लिए कहा कि उनके वोटिंग राइट्स को खत्म कर दिया जाए।