पटनाः बिहार एनडीए में भाजपा और जदयू के बीच तनातनी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बगैर किसी का नाम लेते हुए भाजपा पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि किसी भी व्यक्ति या किसी भी नेता के मन में गलतफहमी है तो इसे दूर कर ले.
लेकिन सीधी बात है कि जब से एनडीए की शुरुआत हुई है, तब से नीतीश कुमार ही एनडीए के चेहरा हैं और हमेशा रहेंगे. उन्होंने कहा है कि एनडीए इज नीतीश कुमार एंड नीतीश कुमार इज एनडीए. कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिना एनडीए का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने राजद और जदयू के करीब आने का भी संकेत दिया है.
कुशवाहा ने कहा कि राजद से कई मुद्दों पर जदयू की विचारधारा मिलती है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि लेकिन व्यावहारिकता में दूरी है. दरअसल, भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व जिस तरह नीतीश कुमार के सामने नतमस्तक हुआ और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नीतीश को बिहार में एनडीए का नेता बताते हुए तारीफों के पुल बांधे, उसके बाद अब जदयू के नेता भाजपा के नेताओं को चिढ़ाने लगे हैं.
ऐसे में बिहार के सियासी गलियारे में जदयू और राजद के करीब आने की अटकलें तेज हो गई है. बता दें कि भारतीय सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार में हुए उग्र प्रदर्शन के बाद से ही एनडीए में घमासान जारी है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने पार्टी कार्यालयों और भाजपा नेताओं के घर पर हो रहे हमले को लेकर सवाल उठाया था.
अपनी ही सरकार के कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा था कि अगर पुलिस चाहती तो प्रदर्शनकारियों को रोका जा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. जिसके जवाब में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि संजय जायसवाल अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं, इसलिए वह ऐसा आरोप लगा रहे हैं.
उसके बाद फिर संजय जायसवाल ने अग्निपथ योजना का फायदे गिनाकर जदयू पर निशाना साधा और शिक्षा विभाग पर सवाल उठाया. जिसके बाद जदयू के नेताओं ने भाजपा को करारा जवाब दिया. इसतरह से दोनों दलों के बीच जारी वाक युद्ध थमने का नाम नही ले रहा है.