वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का परिचालन दो महीने के भीतर शुरू होगा, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: June 16, 2024 11:09 IST2024-06-16T11:08:37+5:302024-06-16T11:09:47+5:30
रेल मंत्री ने बताया कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के ट्रेनसेट का पूरा काम जोरों पर है और पहली ट्रेन दो महीने के भीतर पटरी पर आ जाएगी। सभी तकनीकी कार्य अंतिम चरण में हैं।

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के ट्रेनसेट का पूरा काम जोरों पर है
नई दिल्ली: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि बहुप्रतीक्षित वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का परिचालन दो महीने के भीतर शुरू हो जाएगा। रेल मंत्री ने वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के आंतरिक और बाहरी डिजाइन में किए गए बदलाव और इसकी खासियतों के बारे में भी बताया।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ये भी बताया कि भारतीय रेलवे का लक्ष्य 2029 तक वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों की लगभग 250 इकाइयों को तैनात करने का है। उन्होंने कहा कि बीईएमएल द्वारा डिजाइन की गई वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के अंदरूनी हिस्सों को सुविधायुक्त किया गया है। साथ ही बाहरी हिस्सों को भी खूबसूरत बनाया गया है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि फ्रंट नोज कोन से लेकर आंतरिक पैनल, सीटें और बर्थ, आंतरिक लाइट, कप्लर्स, गैंगवे और उससे आगे तक, प्रत्येक तत्व को स्लीपर ट्रेनसेट के सटीक मानकों को पूरा करने के लिए सावधानीपूर्वक डिजाइन किया गया है।
रेल मंत्री ने बताया कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के ट्रेनसेट का पूरा काम जोरों पर है और पहली ट्रेन दो महीने के भीतर पटरी पर आ जाएगी। सभी तकनीकी कार्य अंतिम चरण में हैं। ट्रेनसेट का निर्माण बीईएमएल लिमिटेड द्वारा बैंगलोर में अपनी रेल इकाई में किया जाता है।
वैष्णव ने कहा कि बहुप्रतीक्षित वंदे भारत स्लीपर संस्करण यात्रियों को आसान यात्रा प्रदान करेगी और निकट भविष्य में वैश्विक मानकों के साथ विभिन्न सुविधाएं प्रदान करेगी। मंत्री ने बताया कि कोच की बॉडी संरचना उच्च ग्रेड ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील से तैयार की गई है। रेल मंत्री ने कहा कि सुरक्षा मानकों का पालन कड़ाई से किया गया है। नई ट्रेनों के अलावा वैष्णव ने यह भी कहा कि अप्रैल, मई और जून 2024 के दौरान गर्मियों की भीड़ को देखते हुए 19,837 विशेष ट्रेन सेवाएं चलाई गईं।
बता दें कि वंदे भारत ट्रेनों का उपयोग वर्तमान में चेयर सीटिंग के कारण लंबी यात्रा में नहीं होता। स्लीपर वेरिएंट लंबी यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए अधिक आराम प्रदान करेगा। इस बीच मिनी वंदे भारत एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के वाराणसी और पश्चिम बंगाल के हावड़ा के बीच चलाई जाने वाली है। आठ डिब्बों वाली यह ट्रेन 130-160 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेगी और इन दोनों शहरों के बीच की दूरी लगभग छह घंटे में तय करेगी। यह ट्रेन वाराणसी को देश भर के कई अन्य प्रमुख स्थानों से जोड़ने वाली पांचवीं वंदे भारत ट्रेन होगी। वंदे भारत की अधिकतम परिचालन गति 160 किमी/घंटा है। पहली वंदे भारत ट्रेन 2019 में लॉन्च की गई थी। पहली वंदे भारत नई दिल्ली से वाराणसी मार्ग पर शुरू की गई थी। इसे अपनी उच्च-स्तरीय सुविधाओं और आराम के लिए बहुत सराहना मिली है।