Bihar Legislative Council Election 2024: बिहार विधान परिषद के 11 सदस्यों का कार्यकाल मई के पहले सप्ताह में समाप्त हो रहा है। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, भाजपा नेता सैयद शाहनवाज हुसैन, पूर्व मंत्री मंगल पांडेय, पूर्व केन्द्रीय मंत्री संजय पासवान, पूर्व मंत्री संजय कुमार झा, कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा, हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन, विधान परिषद के उपसभापति रामचंद्र पूर्वे, जदयू के खालिद अनवर और रामेश्वर महतो का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद पांच उम्मीदवार को जीतने में परेशानी नहीं होगी तो छठे सदस्य की जीत के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी, इसके लिए मत जुटाने होंगे। एक उम्मीदवार की जीत पक्की करने के लिए 22 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता होगी।
एनडीए के पास भाजपा के 78, जदयू के 45 और हम के चार और एक निर्दलीय विधायक के वोट हैं। इनमें तीन सीटें भाजपा आसानी से मिल सकती है तो जदयू के खाते में दो सीटें जा सकती हैं। हम प्रमुख जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी को को भी वोट की जरूरत पड़ेगी। इनका कार्यकाल विधान परिषद में मई में खत्म हो रहा है।
वहीं इंडी गठबंधन में राजद 79 विधायकों की बदौलत तीन सीट पर कब्जा जमा सकती है तो दो सीटों के लिए कांग्रेस के 19 और राजद के बाकी वोट के आधार पर चयन होगा बता दें विधान परिषद में सदस्यों की कुल संख्या 75 है। इसमें 27 सदस्यों को चुनाव विधायक करते हैं। परिषद की एक-तिहाई सीटें हर दो साल के बाद खाली होती है, जिसके लिए चुनाव कराया जाता है।