Bihar floor test: बिहार विधानसभा अध्यक्ष और राजद नेता अवध बिहारी चौधरी को हटाने का प्रस्ताव राज्य विधानसभा में पेश किया गया। अवध बिहारी चौधरी ने खुद के खिलाफ लाए गए पद से हटाने के प्रयास के बारे में कहा कि मुझे पद से हटाए जाने की सूचना है। कानूनी रूप से यह सूचना सही है। इसके बाद अब सदन की कार्यवाही उपसभापति संभालेंगे। अवध बिहारी चौधरी की इस घोषणा के बाद उपसभापति आसन पर बैठे। डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने आगे की कार्यवाही संभाली।
बता दें कि जनता दल यूनाइटेड अध्यक्ष नीतीश कुमार के एक बार फिर पाला बदलने के कारण बिहार में बनी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को आज विधानसभा में विश्वास मत हासिल करना है। बिहार विधानमंडल के बजट सत्र की शुरूआत सोमवार को द्विसदनीय विधायिका के सदस्यों को राज्यपाल के पारंपरिक संबोधन के साथ शुरू हुई।
बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र आर्लेकर ने कहा कि राज्य में कानून का शासन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की ‘सर्वोच्च प्राथमिकता’ है। राज्यपाल ने बजट सत्र के शुरुआती दिन राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि कानून और व्यवस्था में सुधार के लिए (पुलिस) बल की ताकत बढ़ाई गई है। राज्यपाल ने सरकार द्वारा उठाए गए कल्याणकारी कदमों के बारे में भी बताया। राज्यपाल के परंपरागत अभिभाषण के दौरान विपक्ष के सदस्यों ने नारेबाजी कर व्यवधान डालने की कोशिश की।
किसकी कितनी ताकत
बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें है। बहुमत का आंकड़ा 122 है। बीजेपी के पास 78 सीटें, जेडीयू के पास 45 सीटें, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के पास 4 सीटें और एक निर्दलीय विधायक सुमित सिंह भी एडीए खेमे में हैं। इस तरह नीतीश के पास 128 विधानसभा सदस्य हैं। विपक्ष के पास 114 विधायक हैं। इसमें आरजेडी के 79, कांग्रेस के 19, सीपीआई (एमएल) के 12, सीपीआई (एम) के 2, सीपीआई के 2 विधायक हैं।
हालांकि राजद के नेतृत्व में विपक्ष को झटका तब लगा जब आरजेडी की नीलम देवी और चेतन आनंद और प्रह्लाद यादव ने पाला बदल कर सत्तापक्ष का हाथ थाम लिया।