पटनाः दिल्ली से आज पटना पहुंचने पर पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने भाजपा और उसके गठबंधन सहयोगियों पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि 'महागठबंधन' में नेता कौन होगा, यह अंदरूनी मसला है और इसका फैसला वरिष्ठ नेता बैठ कर करेंगे। वहीं उन्होंने भाजपा से पूछा है कि उनका मुख्यमंत्री कौन है? उन्होंने कहा कि अपने ही घटक दलों को परेशान कर रही है। पप्पू यादव ने तंज कसते हुए कहा कि हमारे यहां(महागठबंधन) कोई मारपीट नहीं है, लेकिन भाजपा में अपने सहयोगियों को ही परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि मांझी जी और चिराग पासवान को परेशान किया जा रहा है।
भाजपा के नेता एक ओर कांग्रेस को ‘औकात’ बताते हैं और दूसरी ओर सुबह-शाम राहुल गांधी का नाम जपते रहते हैं। राहुल गांधी के बगैर भाजपा का कोई अस्तित्व नहीं है। पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार के बिना भाजपा की बिहार में कोई हैसियत नहीं है। आज तक भाजपा अकेले कितनी सीटें लाई है? क्या बिना सहयोगियों के भाजपा जिंदा रही है?
बालासाहेब ठाकरे नहीं होते, तो भाजपा का कोई अस्तित्व नहीं होता। पप्पू यादव ने चिराग पासवान को लेकर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि हम पहले से कहते आए हैं कि एससी/एसटी या ओबीसी में से कोई मुख्यमंत्री बने, इसमें क्या दिक्कत है? लेकिन भाजपा इन वर्गों को केवल इस्तेमाल करती है, उन्हें सशक्त नहीं बनाना चाहती।
पप्पू यादव ने कहा कि भाजपा में चिराग पासवान का इस्तेमाल किया जा रहा है। चिराग पासवान को हनुमान हनुमान बोल बोलकर उनका इस्तेमाल किया गया है, उनके परिवार को भाजपा ने तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा का एजेंडा एससी एसटी ईडब्लूसी को आगे बढ़ाना नहीं है बल्कि उन्हें गुलाम बनाकर रखा है।
उन्होंने भाजपा के नेताओं पर जातीय सम्मेलन आयोजित कर राजनीतिक रोटियां सेंकने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग समाज को बांटने का काम कर रहे हैं, सिर्फ अपने फायदे के लिए। ये लोग यूज एंड थ्रो करते हैं। पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा वालों को सुप्रीम कोर्ट पर भी भरोसा नहीं है।
ये लोग कोर्ट पर भी सवाल उठाते हैं और मुख्य न्यायाधीश तक को निशाने पर ले लेते हैं। कह रहे थे कि मुख्य न्यायाधीश देश को बांटने का काम कर रहे हैं। उन्होंने निशिकांत दुबे पर हमला बोलते हुए कहा कि निशिकांत दुबे लोकसभा के बाहर और भीतर दलाली करते हैं, उनके संपत्ति की जांच होने चाहिए।
इन नेताओं की संपत्ति की जांच कर उसे जब्त होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता अब सब समझ चुकी है। सिर्फ हिंदू-मुसलमान कर राजनीति करने वालों को जवाब मिलेगा। समय आ गया है कि असली मुद्दों पर बात हो।